Uttarakhand: कांग्रेस का ‘सुरक्षा कवच’ तैयार, ऐसे रहेगा एक्टिव
Uttarakhand Election 2022: कांग्रेस विधानसभा चुनाव को लेकर छांछ भी फूंक फूंककर पी रही है। भाजपा के संभावित ‘ऑपरेशन सत्ता’ के चलते वह उत्तराखंड में गोवा के अतीत को दोहराने को बिलकुल भी तैयार नहीं। इसके लिए पार्टी के आला नेताओं ने देहरादून में डेरा जमा लिया है। साथ ही लंबी वार्ता और बैठकों के दौर के बाद जीतने वाले विधायकों के इर्दगिर्द ‘सुरक्षा कवच’ तैयार कर लिया गया है। जो कि मतगणना शुरू होते ही एक्टिव हो जाएगा।
कांग्रेस ने रणनीतिक तौर पर कल 10 मार्च को अपना खाका तैयार कर लिया है। इसके जिलावार 17 केंद्रीय ऑब्जर्वर तैनात कर दिए गए हैं। हरिद्वार, देहरादून, चंपावत, पिथौरागढ़ में दो-दो ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं। राज्य स्तर पर इनके साथ पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व काबीना मंत्री यशपाल आर्य समेत 20 अन्य नेताओं को जिम्मेदारियां सौंप दी गईं है।
ऑब्जर्वर को मतगणना के दिन प्रत्याशियों की सहायता के साथ उन्हें सुरक्षित रखने की बड़ी जिम्मेदारी भी दी गई है। जिसमें आवश्यकता के हिसाब से राष्ट्रीय और प्रदेश की लीडरशिप भी सहयोगी रहेगी। ऑब्जर्वर आखिरी नतीजे के बाद भी एक्टिव मोड में रहेंगे। विजयी प्रत्याशी उनके सुरक्षा घेरें में आ जाएंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस जीते हुए प्रत्याशियों को भाजपा की नजरों से दूर किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाने की तैयारी कर चुकी है। मतगणना से लेकर सरकार बनने की संभावनाओं तक जीते हुए प्रत्याशी ऑब्जर्वर के सुरक्षा कवच में सुरक्षित रखे जाएंगे।
यह बने केद्रीय आब्जर्वर
हरिद्वार – दीपेंद्र हुड्डा और दीपिका पांडे सिंह
देहरादून – मोहन प्रकाश, एमबी पाटिल
उत्तरकाशी – सुरेश चंदेल
टिहरी गढ़वाल – राजेश धर्माणी
पौड़ी गढ़वाल – कुलदीप कुमार
चमोली गढ़वाल – जीतू पटवारी
रुद्रप्रयाग – वीरेंद्र राठौर
चंपावत – डा अजय कुमार, जरिता लेफ्तालांग
पिथौरागढ़ – संयोगिता सिंह, अमित टुन्ना
यूएसनगर – राजेंद्र यादव
नैनीताल – कुलदीप इंदौरा
अल्मोड़ा – बना गुप्ता
बागेश्वर – प्रदीप बालमुचू