व्यंग्यवाणी
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हिंदी हास्य कविता: उनकी की होली कैसी होगी? – रामकृष्ण पोखरियाल
चुनाव से जिनकी खाट खड़ी है भाग्य की पेटी बंद पड़ी है समर्थकों की अकल चढ़ी है आजकल जिनकी नहीं तड़ी है फिर जीवन…
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मेरे पास अलां है फलां है, तुम्हारे पास क्या है? (राजनीतिक व्यंग्य)
उत्तराखंड के इस सर्द मौसम में आम चुनाव के करीब आते ही तीन प्रमुख दल जिस तरह से सपनों की…
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राजनीति का ‘पिल्लाकाल’ (व्यंग्य)
पिल्ला शब्द की उत्पति संभवतः कुत्ते के बच्चे के संदर्भ में ही हुई होगी। कुत्ते को सभ्य भाषा में आप…
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