
दुनिया के कई मुल्कों में कोरोना संक्रमण फिर से फैलने लगा है। खासकर यूरोपीय देशों में ब्रिटेन और फ्रांस में कोरोना की नई लहर के आसार लग रहे हैं। फ्रांस में शनिवार को एक दिन में कोरोना के रिकार्ड 1 लाख 4 हजार 611 नए मामले सामने आए। ब्रिटेन में शुक्रवार को 1,22,186 केस दर्ज हुए थे। जिसके चलते बोरिस जानसन सरकार ने देश के कई हिस्सों में सख्ती शुरू कर दी है।
पीटीआई के मुताबिक वेल्स, स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड में नए प्रतिबंध लागू हो गए हैं। वेल्स में नाइटक्लब बंद हो गए हैं। पब, रेस्तरां और सिनेमाघरों में अधिकतम छह लोगों को मिलने की अनुमति होगी। इनडोर आयोजनों में अधिकतम 30 लोगों को अनुमति दी जाएगी जबकि बाहरी आयोजनों में यह सीमा 50 लोगों की रखी गई है।
स्कॉटलैंड में बड़े आयोजनों में 1 मीटर की शारीरिक दूरी जरूरी होगी। इनडोर में उपस्थिति 100 लोगों तक सीमित होगी। बाहरी में सीमा 500 लोगों की रखी गई है। सोमवार से नाइट क्लबों को तीन सप्ताह के लिए बंद कर दिए गए हैं। उत्तरी आयरलैंड में भी नाइट क्लबों को भी बंद कर दिया है। इनडोर स्टैंडिंग इवेंट्स और डांस करने पर प्रतिबंध रहेगा। सोमवार से इनडोर सेटिंग में छह लोगों या एक ही घर के 10 लोगों की सीमा को अनुमति है।
पीएम बोरिस जानसन मंत्रिमंडल हालात की समीक्षा के बाद शेष जगहों में प्रतिबंधों पर विचार करेगा। फिलहाल इस क्षेत्र में प्लान-बी लागू है। जिसके तहत वर्क फ्रॉम होम के साथ सार्वजनिक स्थानों पर मास्क और कोविड-19 टीकाकरण प्रमाणपत्र दिखाने जरूरी कर दिए गए हैं।
उधर, रूस में भी कोरोना का प्रकोप जारी है। बीते 24 घंटे में महामारी से 968 लोगों की मौत हुई है, जबकि 23,721 नए मामले सामने आए हैं। संक्रमितों का आंकड़ा 10,392,020 पहुंच गया है। मृतकों की संख्या 304,218 हो गई। चीन में भी कोरोना के मामलों में तेज देखी गई है। एक दिन में 206 नए मामले सामने आए हैं। चीन में अभी तक कोरोना के 1,01,077 मामले आए हैं, जबकि 4,636 की मौत हो चुकी है।
अमेरिका में क्रिसमस की छुट्टियों का मजा किरकिरा हो गया। विमानन कंपनियों ने लगभग 1000 उड़ानें रद्द की। फ्रांस में शनिवार को एक दिन में कोरोना के रिकार्ड 1,04,611 मामले पाए गए हैं। पेरिस में पिछले हफ्ते हर 100वां व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया। इनमें से ज्यादातर मामले ओमिक्रोन वैरिएंट के हैं।
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक फ्रांस में कोविड-19 और ओमिक्रोन के मामले बढ़ने से अस्पतालों पर दबाव बढने लगा है। यह तब है जब फ्रांस में 90 फीसद वयस्कों का टीकाकरण हो चुका है। यही नहीं करीब 40 प्रतिशत आबादी को बूस्टर डोज भी लगाई जा चुकी है।