
शिखर हिमालय डेस्क
पीठसैंण। पेशावर कांड के नायक वीर चंद्रसिंह गढ़वाली की पुण्यतिथि के दिन उनकी जन्मस्थली पीठसैंण पहुंचकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गढ़वाली की प्रतिमा का अनावरण किया। कहा कि गढ़वाली वीर सैनिक के साथ ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी थे।
शुक्रवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की आगवानी की। इसके बाद वह हेलीकॉप्टर से पीठसैंण पहुंचे। उनके साथ केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट भी मौजूद थे। पीठसैंण में राजनाथ सिंह ने वीर चंद्रसिंह गढवाली की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। अपने संबोधन में राजनाथ सिंह ने कहा कि गढ़वाली गढ़वाली कर्म और धर्म दोनों से सैनिक थे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की धरती देवभूमि के साथ ही वीरभूमि और तपोभूमि भी है। यहां का इतिहास और परंपराएं सदियों पुरानी हैं। यहां वीर चंद्रसिंह गढ़वाली, माधो सिंह भंडारी और तीलू रौतेली की बहादुरी के गीत गांव-गांव में गाए जाते हैं। कहा कि यह सुखद संयोग है कि जब गढ़वाली की प्रतिमा का अनावरण हो रहा है तो देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव भी मना रहा है।
कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, सांसद गढ़वाल तीरथ सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, डॉ. धन सिंह रावत, जिपंस अध्यक्ष शांति देवी, विधायक महंत दिलीप रावत, रितु खंडूड़ी, मुकेश कोली, महेश जीना, भरत सिंह चौधरी आदि मौजूद थे।
बीआरओ बना रहा 100 किमी. सड़क
रक्षामंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के सामरिक महत्व के मद्देनजर बीआरओ द्वारा यहां 1000 किमी लंबी सड़कें बनाई जा रही है। इनके बनने पर देश को सामरिक दृष्टि से लाभ होगा। कहा कि आर्थिक दृष्टि से प्रदेश को इसका लाभ मिलेगा। आखिरी गांव माना तक सड़क की ब्लैक टॉपिंग का काम जल्द ही पूरा हो जाएगा। कहा कि अब लिपुलेख के रास्ते मानसरोवर जाना भी सुगम हो गया है। यह रास्ता भारत और नेपाल को और करीब लाने में सहायक होगा।