
लखीमपुर खीरी प्रकरण का असर सोमवार को उत्तराखंड में रहा। प्रदेश की किसानों के साथ ही कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता भी सड़कों पर उतरे। कांग्रेस ने घटना के साथ ही प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया। इस मामले को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने कार्यकर्ताओ के साथ अपनी गिरफ्तारी देकर अपना विरोध दर्ज किया।
लखीमपुर खीरी में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को कार से रौंदने का आरोप है। जिसमें आठ लोगां के मरने की खबर है। इस खबर के फैलते ही यूपी समेत उत्तराखंड में भी राजनीतिक माहौल गर्मा गया। कांग्रेस के अलावा किसानों ने डोईवाला, काशीपुर, रुद्रपुर, ऋषिकेश, जोशीमठ आदि जगहों पर प्रदर्शन किया।
देहरादून में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी और किसानों की मौत के विरोध में सड़कों पर उतरे। कार्यकर्ताओं ने नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में विरोध प्रर्दशन किया। प्रीतम सिंह ने इसे किसानों के साथ बर्बरता करार दिया। प्रदर्शन के दौरान सूर्यकांत धस्माना, गरिमा दसोनी आदि भी मौजूद रहे।
वहीं, देहरादून में पूर्व सीएम हरीश रावत ने घटना के विरोध में एक घंटे का मौन उपवास रखने के बाद कार्यकर्ताओं के साथ अपनी गिरफ्तारी दी। उन्होंने इस घटना को जघन्य अपराध बताया।
ऋषिकेश में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के खिलाफ नारेबाजी के साथ यूपी सरकार का पुतला फूंका। इस दौरान पार्षद देवेंद्र प्रजापति, युकां नगर अध्यक्ष जितेंद्र पाल पाठी, दीपक जाटव, अभिनव सिंह मलिक, मधु जोशी, विजयपाल सिंह रावत, विमला रावत आदि प्रदर्शन में शामिल रहे।
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