
Uttarakhand Election 2022: कांग्रेस ( Congress) ने किशोर उपाध्याय (Kishor Upadhyay) के प्रस्ताव पर चिंतन के बजाए उनके खिलाफ पार्टी से निष्कासन का फरमान जारी कर दिया। साथ ही उनपर ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ का आरोप भी मढ़ दिया। सो, अब किशोर उपाध्याय का भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है। आज उनके बीजेपी (BJP) को ज्वाइन करने की संभावना के साथ ही टिहरी सीट से टिकट मिलने की भी संभावना है। कांग्रेस ने भी आज जारी तीसरी लिस्ट में टिहरी सीट को पेंडिग में रखा है।
बता दें, कि कांग्रेस के भीतर लंबे समय से हरीश रावत और किशोर उपाध्याय के बीच तलवारें खिंची हुई थी। यहां तक कि सोशल मीडिया पर भी वार पलटवार का सिलसिला जारी था। इसबीच जनसरोकारों के मुद्दों को साथ लेकन किशोर उपाध्याय ने भाजपा नेताओं से मुलाकात की, तो कांग्रेस को उनके खिलाफ एक्शन का मौका मिल गया।
कांग्रेस के उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव ने उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटाने संबंधी पत्र जारी किया। जिसके बाद बताया जाता है कि किशोर उपाध्याय ने भाजपा से संपर्क साधा। लेकिन तत्काल बात नहीं बनने पर उन्होंने कांग्रेस के सामने एक प्रस्ताव रखा कि अगर उनके खिलाफ की गई कार्रवाई को वापस ले लिया जाता है, तो वह टिहरी सीट पर कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़ने को तैयार है। संभावना थी कि कांग्रेस इसपर मनन कर सकती है, लेकिन पार्टी नेताओं ने उनकी शर्त पर चिंतन करने की बजाए उन्हें निष्कासित करने पर ज्यादा मंथन किया। उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।
खासबात कि जिंदगी भर कांग्रेस को कंधे में उठाए फिरने वाला एक कदावर नेता जो कि पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष तक रहा, आज अपने सियासी सफर को जारी रखने के लिए भाजपा में शामिल होने जा रहा है। इससे कांग्रेस मजबूत होगी या कमजोर, यह 10 मार्च को चुनाव का परिणाम ही सही से बता पाएगा।