चारधामयात्रा-पर्यटन

आर्थिक संकट से जूझ रहे चारधाम यात्रा से जुड़े कारोबारी

बैंकों से लिए गए लोन को चुकाने की बढ़ी चिंता

रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर रोके के चलते यात्रा पर निर्भर कारोबारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। कई लोगों को बैंक से लिया गया लोन चुकाने की चिंता सताने लगी है।

कोरोना महामारी के चलते चारधाम यात्रा बीते साल से बाधित है। प्रदेश सरकार ने पिछले साथ पहली जुलाई से यात्रा को संचालित करने की इजाजत दी थी, लेकिन तब भी सभी कारोबारियों को इसका लाभ नहीं मिल सका। जबकि इस वर्ष अभी तक चारों तीर्थस्थलों की यात्रा शुरू नहीं हो सकी है।

केदारनाथ धाम की यात्रा से जुड़े लोगों में स्थानीय व्यवसायी, होटल, लॉज संचालक, घोड़ा, खच्चर, डंडी-कंडी संचालक सभी के सामने मुश्किलें बढ़ रही हैं। इनमें से सैकड़ों लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने व्यवसाय शुरू करने के लिए बैंकों से लोन लिया था। अब उन्हें बैंकों की किश्त चुकाने की चिंता सता रही है। अभी भी यदि चारधाम यात्रा से रोक नहीं हटती है, तो कारोबारियों की परेशानियां और बढ़ सकती हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि केदारघाटी में अधिकांश लोग यात्रा पर निर्भर हैं, दो साल से उनकी कमाई थमी हुई है। स्थानीय लोगों की डिमांड है कि प्रदेश सरकार जल्द से जल्द चारधाम यात्रा को शुरू करे।

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