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‘भाजपा’ में मची हुई है ‘भगदड़’, लेकिन… – हरदा

Uttarakhand Politics: देहरादून (शिखर हिमालय)। Congress और BJP नेताओं के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है। अब पूर्व सीएम हरीश रावत (Harish Rawat) का एक और ‘भगदड़’ वाला सियासी बयान आया है। बोले- कांग्रेस में आने के लिए भाजपा में भगदड़ मची हुई है। लेकिन हम अपने निष्ठावान कार्यकर्ताओं के हितों को संरक्षित रखेंगे।

पिछले महीने भाजपा सांसद अनिल बलूनी ने कहा था कि कुछ लोगों को छोड़कर कांग्रेस से सब भाजपा में आना चाहते हैं। हमें ‘हाउसफुल’ का बोर्ड लगाना पड़ेगा। इसबीच एक कांग्रेस और एक निर्दलीय विधायक भाजपा में शामिल हुए। कांग्रेस भी पीछे नहीं रही, उसने परिवहन मंत्री यशपाल आर्य और उनके विधायक पुत्र की घर वापसी कराकर मंत्रिमंडल में ही सेंध लगा डाली।

इसबीच भी कांग्रेस और भाजपा के बीच वार पलटवार जारी रहा। 2016 में कांग्रेस से बगावत करने वालों के भाजपा में रस्साकसी की की खबरें भी सामने आई। हरक सिंह रावत और पूर्व सीएम हरीश रावत के बीच भी तीखे तीरे चले, तो नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का हरक सिंह मिलने जाने का वाकया भी खूब सुर्खियों में रहा।

आज हरीश रावत ने फिर से एक और बम फोड़ा है। बोले कि कुछ विधायक और मंत्री, कांग्रेस में सम्मिलित होने के लिए बड़ी व्यग्रता व जोर-जोर से, हर संभव उपायों से दरवाजा खटखटा रहे हैं। हमारे दरवाजे बंद नहीं हैं, मगर कुछ लोग जिन्होंने भाजपा की कुगत की है उनको कांग्रेस में, लेने में हमें संकोच जरूर है।

यह भी कि फिर जिन कार्यकर्ताओं ने 2017 की भीषणतम राजनैतिक आपदा से उबार कर कांग्रेस को इस लायक बनाया है कि कांग्रेस पार्टी में आने के लिए, भाजपा में भगदड़ मची हुई है तो आखिर उन कार्यकर्ताओं का हित भी तो देखना पड़ेगा!

कहते हैं कि यहां हमारे पास चुनावी समर में विजय होने की संभावनाओं वाले लोग हैं। उन क्षेत्रों में हम उन कार्यकर्ताओं के हित को संरक्षित करेंगे। पार्टी को अपने निष्ठावान कार्यकर्ताओं पर भरोसा है।

आगे कहते हैं कि हम भाजपा नहीं हैं जो पैसों से खरीदकर के भी दल-बदल करवाएं और अपने कार्यकर्ताओं का गला काटने में संकोच न करें। कांग्रेस पार्टी उन्हीं लोगों को पार्टी में शामिल कर रही है जिनका स्वागत करने के लिए कार्यकर्ताओं की बाहें भी आगे बढ़ी हुई हैं।

सो, इसके बाद अगला तीर कौन छोड़ेगा, और तीर के निशाने पर कौन-कौन रहेगा, यह देखना दिलचस्प रहेगा। सियासी जानकार तो यह भी कह रहे हैं कि 2022 आने तक ‘भगदड़’ के अभी और भी कई दौर आएंगे।

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