
• मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी किया प्रतिभाग
हरिद्वार। कनखल स्थित हरिहर आश्रम में जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज के आचार्य पीठ पर पदस्थापन के 25 वर्ष पूर्ण होने व श्री दत्त जयंती पर आध्यात्मिक महोत्सव आयोजित किया गया। महोत्सव में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया।
आध्यात्मिक महोत्सव में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जिसका मन बड़ा होता है, वही आध्यात्मिक होता है। जिसका बड़ा मन है वही समाज को दिशा दे सकता है। उन्होंने कहा कि संन्यासियों का देश की सामाजिक, सांस्कृतिक व्यवस्था से हमेशा जुड़ाव रहा है। जब भी आवश्यकता पड़ी उन्होंने योगदान दिया। उसी वजह से हम अपनी संस्कृति पर गर्व करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा मान-सम्मान हमारी संस्कृति से जुड़े रहने पर ही है, जिसके लिए हमारे सन्तों का हमें पूरा सहयोग मिलता है।
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राजा अपना काम ठीक से करे, इसकी समीक्षा करने का अधिकार साधु-सन्तों को ही है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सांस्कृतिक विरासत के उन्नयन व समृद्धि के लिए निरन्तर कार्य किए जा रहे हैं, जिनमें काशी कारीडोर, उज्जैन, अयोध्या में राम मन्दिर, केदारनाथ मन्दिर परिसर में कार्य कराया जाना आदि प्रमुख हैं।
इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने तप, तपस्या और आध्यात्मिक मूल्यों का संरक्षण कर लाखों सन्तों को दीक्षा दी। वह देश व दुनिया में संस्कृति के वाहक के रूप में प्रख्यात हैं। संतों ने अपने जीवन को समर्पित करते हुए चुनौतियों व कठिनाइयों से लड़ने का ज्ञान दिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि स्वामी अवधेशानंद गिरि के व्यक्तित्व में चुम्बकीय तत्व हैं, जो भी उनके सम्पर्क में आता है, वह उनकी ओर खींचा चला जाता है। कहा कि आचार्य जूनापीठाधीश्वर भारत को विश्व गुरू के पद पर प्रतिस्थापित करने के लिए निरन्तर प्रयासरत रहते हैं। कहा कि आपका ज्ञान, राष्ट्र निर्माण में मार्गदर्शन तथा आपकी प्रेरणा हमें हमेशा मिलती रहेगी।
सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में निरन्तर सांस्कृतिक उत्थान हो रहा है। अयोध्या में राम मन्दिर का निर्माण प्रगति पर है, काशी कारीडोर के साथ ही उज्जैन भव्य स्वरूप ले चुका है, केदारनाथ धाम एक नये कलेवर में निखर रहा है, बदरीनाथ में अनेकों कार्य कराए जा रहे हैं। केदारनाथ रोपवे तथा हेमकुण्ड रोपवे का कार्य प्रगति पर है, मानसखंड में जितने भी मन्दिर हैं, उनका सर्किट बनाने का कार्य प्रगति पर है। कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व का परिणाम है कि आज पूरा विश्व मार्गदर्शन के लिए भारत की ओर देखता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने सख्त नकल विरोधी कानून राज्य में लागू किया है, धर्मान्तरण के लिए 10 साल की सख्त सजा का प्राविधान किया गया है, देवभूमि का मूल स्वरूप बना रहे, इसके लिए काफी जमीन अतिक्रमण से मुक्त कराई गई है, सरकारी नौकरियों में मातृशक्ति को 30 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण प्रदान किया गया है। समान नागरिक संहिता कमेटी ने अपना काम पूरा कर लिया है। जिसे नए साल में लागू किया जाएगा। कहा कि हमने उत्तराखण्ड को श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए विकल्प रहित संकल्प लिया है। आप लोगों के आशीर्वाद से उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्य बनाएंगे।
इस अवसर पर महामण्डलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरि, स्वामी चिदानन्द मुनि, स्वामी रामदेव, सुधांशु त्रिवेदी, सुरेश चौहान आदि ने भी विचार रखे। मंच संचालन स्वामी हरिचेतनानन्द जी ने किया। इससे पूर्व सीएम धामी ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का हरिद्वार पहुंचने पर अभिनंदन किया।
महोत्सव में जगतगुरू स्वामी राजराजेश्वराश्रम, निर्वाणी पीठाधश्वर, अटल पीठाधीश्वर, स्वामी अपूर्वानन्द, पूर्व शिक्षा मंत्री भारत सरकार दिनेश, सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद महेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल, गणेश जोशी, विधायक मदन कौशिक, आचार्य बाल कृष्ण, डॉ. प्रणव पाण्डया, यतीश्वरानन्द, राजेश अग्रवाल, डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल, एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल, महेन्द्र सिंह, अशोक चौहान, अजय कुमार, संजय गुप्ता, सुरेश राठौर, मनोज गर्ग, संदीप गोयल, शोभाराम प्रजापति आदि मौजूद थे।