देहरादून। उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के इस्तीफे की खबरें सामने आई हैं। उनके द्वारा राष्ट्रपति को अपना त्यागपत्र भेज दिया गया है। उनके इस्तीफे के राजनीतिक कारण बताए जा रहे हैं। राज्यपाल के सचिव बीके संत ने त्यागपत्र भेजे जाने की पुष्टि की है।
उत्तराखंड में राज्यपाल के पद पर तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुकी बेबी रानी मौर्य के अचानक त्यागपत्र देने से सियासी हलकों में इस्तीफे के कारणों पर चर्चाएं तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि दो दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान इसकी भूमिका बनी। उन्हें उत्तरप्रदेश में कोई बड़ी जिम्मेदारी देने की अटकलें भी लग रही हैं। यह भी कि उन्हें 2022 के विधानसभा चुनाव में टिकट दिया जा सकता है।
26 अगस्त 2018 को बेबी रानी मौर्य ने उत्तराखंड की सातवीं राज्यपाल के तौर पर कार्यभार संभाला था। 1990 के दशक की शुरूआत में भारतीय जनता पार्टी की सदस्य के तौर पर सक्रिय राजनीति में प्रवेश करने वाली बेबी रानी मौर्य 1995 से 2000 तक आगरा की महापौर और फिर 2002 से 2005 तक राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी हैं।