Dehradun: जनसुनवाई में दर्ज हुई 88 शिकायतें, अधिकांश का निस्तारण
Public Hearing In Dehradun : जिलाधिकारी सोनिका की अध्यक्षता में आयोजित जनसुनवाई के दौरान 88 शिकायतें दर्ज हुई। जिनमें कई शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र की शिकायतों के निस्तारण की नियमित समीक्षा करने और इसकी जानकारी शिकायतकर्ता को भी अवगत कराने के निर्देश दिए।
ऋषिपर्णा सभागार में सोमवार को आयोजित बैठक में अधिकतर शिकायतें भूमि विवाद, अवैध अतिक्रमण, वार्ड संख्या 45 गांधी ग्राम एवं वार्ड 71 ब्रहामणवाला में नगर निगम और सरकारी भूमि पर कब्जा से जुड़ी थी। इसके अलावा शस्त्र लाइसेंस बनवाने, सीवर सड़क में बहने, कनेक्शन दिलवाने, विद्युत कनेक्शन लगवाने, अवैध रूप से पेड़ काटे जाने, बैरीकेटिंग लगवाने, खनन वाहनों के आवागमन से दुर्घटना होने की संभावना, पति की पैतृक संपत्ति पर हिस्सा दिलाने, लांघा रोड़ पर सड़क ठीक कराने, अवैध निर्माण, मोबाइल टावर लगवाने आदि शिकायतें प्राप्त हुई।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन शिकायतों के निस्तारण में शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं है, ऐसी शिकायतों पर उच्च अधिकारी भी मौका मुआवना कर आख्या दें। जनसुनवाई में कई ऐसी शिकायतें प्राप्त हो रही है जिनपर न्यायालय में वाद विचाराधीन है और तत्काल निस्तारण संभव नहीं है उनकी जानकारी शिकायतकर्ता को दी जाए।
जिलाधिकारी ने सरकारी भूमि पर अवैध कब्जों की जांच के लिए अपर जिलाधिकारी प्रशासन की अध्यक्षता में बनी समिति को जांच करने के निर्देश दिए। सभावाला विकासनगर में शासकीय भूमि पर कब्जा तथा भीमावाला में रातों-रात पेड़ काटने की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करने और एसडीएम विकासनगर को प्रकरण की जांच करने के निर्देश दिए।
ग्रामवासियों द्वारा मालदेवता में बैरीकेटिंग लगाने की मांग और केसरवाला में सेना द्वारा सड़क निर्माण न करने देने की शिकायत पर उपजिलाधिकारी सदर को जांच करने के निर्देश दिए। स्थानीय निवासी ने सुवाखोली में ग्राम प्रधान द्वारा निर्माण न करने देने की शिकायत पर उपजिलाधिकारी सदर को जांच करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार ईस्ट होपटाउन में स्वामित्व योजना अन्तर्गत नाम दर्ज न होने की शिकायत पर उपजिलाधिकारी विकासनगर को निर्देशित किया। जिस पर एसडीएम ने बताया कि ऑनलाइन नाम दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।
डीएम सोनिका ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण करते हुए शिकायतकर्ता से भी दूरभाष पर वार्ता करने के निर्देश दिए। साथ ही निर्देशित किया कि सीएम हेल्पलाइन पर कोई भी शिकायत लंबित न रहे अधिकारी इसका विशेष ध्यान रखें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ. एसके बरनवाल, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के.के मिश्रा, नगर मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, उपजिलाधिकारी सदर नरेश चन्द दुर्गापाल, पुलिस अधीक्षक सर्वेश चौहान, सहायक नगर आयुक्त एसपी जोशी, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण आरसी तिवारी, सहायक निदेशक सूचना बीसी नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कुमार उप्रेती, मुख्य कृषि अधिकारी लतिका सिंह, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी शशिकांत गिरी, जिला समाज कल्याण अधिकारी गोवर्धन, एमडीडीए, लोनिवि, पेयजल निगम, जल संस्थान, सिंचाई, विद्युत आदि संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।