Politics: … तो फिर से सुनाई देगा ‘खंडूरी है जरूरी’ का नारा
मनीष खंडूड़ी ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा, अटकलों और चर्चाओं का दौर शुरू

Uttarakhand Politics : देहरादून 08 मार्च 2024। कांग्रेस लोकसभा चुनाव के लिए अपनी जमीन मजबूत करे उससे पहले ही उसे झटके दर झटके लग रहे हैं। आज कांग्रेस (Congress) के लोकसभा प्रत्याशियों के पैनल में शामिल मनीष खंडूडी (Manish Khanduri) ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है। माना जा रहा है कि उनका अगला ठिकाना भाजपा हो सकता है। यह भी चर्चा है कि पूर्व सीएम मेजर जनरल बीसी खंडूड़ी की विरासत को भुनाने के मकसद से भाजपा मनीष खंडूड़ी को गढ़वाल सीट पर उतार सकती है।
लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस के टिकट पर गढ़वाल सीट से मैदान में उतरे मनीष खंडूडी ने आज सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपने त्यागपत्र का ऐलान किया। लिखा ”मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से त्यागपत्र दे रहा हूं। मेरा यह निर्णय बिना किसी व्यक्तिगत हित अथवा अपेक्षा से लिया गया है।’
बता दें कि मनीष खंडूड़ी पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल बीसी खंडूड़ी के बेटे हैं। इंजीनियरिंग और मीडिया के फील्ड से सियासत में आए मनीष का लोकसभा चुनाव के ऐन पहले कांग्रेस से इस्तीफे ने उत्तराखंड की सियासत में हलचल पैदा कर दी है। इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 में हार के बाद भी मनीष खंडूड़ी गढ़वाल संसदीय क्षेत्र में बीते पांच वर्षों से लगातार सक्रिय थे। जिसके चलते इसबार भी कांग्रेस ने प्रत्याशियों के पैनल में उनका नाम शामिल किया था। अब उनके अगले कदम को अटकलें लगाई जा रही हैं। चर्चा है कि वह कुछ ही दिनों में भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं। गढ़वाल सीट पर भाजपा कैडिडेट घोषित नहीं होने से भी मनीष खंडूड़ी के त्यागपत्र को जोड़ा जा रहा है।
वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में मनीष खंडूड़ी के पिता और पूर्व सीएम मेजर जनरल भुवनचंद्र खंडूड़ी के लिए भाजपा ने ‘खंडूरी हैं जरूरी’ का नारा दिया था। इसी नारे को छिटपुट स्तर पर 2019 के लोकसभा चुनाव में मनीष खंडूड़ी के लिए भी इस्तेमाल किया गया। हालांकि तब उन्हें भी हार नसीब हुई। तो क्या अब इसबार मनीष खंडूडी भाजपा के लिए ‘जरूरी’ हो सकते हैं? तस्वीर साफ होनी बाकी है।