बसंत पंचमी को तय होगा बदरीनाथ के कपाट खुलने का मुहूर्त
• केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथित महाशिवरात्रि को होगी तय

• गंगोत्री व यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने की तिथि अप्रैल में होगी घोषित
देहरादून। विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि बसंत पंचमी (बुधवार 14 फरवरी) को नरेंद्रनगर में विधिविधान से पंचांग गणना के पश्चात तय होगी। इस अवसर पर महाराजा मनुजयेंद्र शाह, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय, राजकुमारी शिरजा शाह की मौजूदगी में राजपुरोहित आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल बदरीथ धाम के कपाट खुलने तिथि का विनिश्चय करेंगे। जिसके बाद महाराजा कपाट खुलने की तिथि की विधिवत घोषणा की जाएगी।
बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि परंपरागत रूप से राजमहल नरेंद्रनगर में तय होने के लिए 14 फरवरी को सुबह 10 बजे से धार्मिक समारोह शुरू हो जाएगा। पूजा-अर्चना और पंचाग गणना के बाद दोपहर तक कपाट खुलने की घोषित हो जाएगी। इसी दिन तेल कलश यात्रा की तिथि भी तय की जाएगी।
उन्होंने बताया कि डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत भगवान बदरीविशाल के अभिषेक के लिए प्रयुक्त होने वाले तेल कलश को योग बदरी पांडुकेश्वर व नृसिंह मंदिर जोशीमठ में पूजा के बाद 14 फरवरी को राजमहल के सुपुर्द करेंगे। बताया कि बसंत पंचमी को बदरीनाथ के रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल आदि भी राजमहल में मौजूद रहेंगे।
ऊखीमठ में तय होगी बाबा केदार के कपाट खुलने की तिथि
वहीं केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि शुक्रवार 8 मार्च के दिन महाशिवरात्रि पर्व पर पंच केदार गद्दस्थल ओकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में तय होगी। इसी दिन केदार बाबा के पंचमुखी भोगमूर्ति के केदारनाथ धाम प्रस्थान का कार्यक्रम भी तय किया जाएगा।
गंगोत्री के कपाट अक्षय तृतीया को खुलेंगे
इस वर्ष अक्षय तृतीया शुक्रवार 10 मई को परंपरागत रूप से गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे। अप्रैल माह में गंगोत्री मंदिर समिति और यमुनोत्री मंदिर समिति कपाट खुलने की तिथि की विधिवत घोषणा करेंगे।