Uttarakhand: नई मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताई प्राथमिकताएं
निर्वतमान सीएस डॉ. एसएस संधु ने सौंपा पदभार, प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव बनीं

देहरादून। उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने विधिवत कार्यभार ग्रहण कर लिया है। बतौर मुख्य सचिव उन्होंने मीडिया को अपनी प्राथमिकताएं गिनाई। उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के विजन के अनुरूप उत्तराखंड को देश का सर्वोच्च राज्य बनाने के लिए अपनी पूरी क्षमता से कार्य करने की बात कही। उन्होंने सबसे पहली प्राथमिकता यूसीसी को लागू करना भी बताया।
बुधवार को सचिवालय में निर्वतमान मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने नवनियुक्त मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को पदभार सौंपा। इसके बाद मीडिया से बतौर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि यह दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप उत्तराखण्ड को आगे ले जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के मूलमंत्र सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि की दिशा में एक टीम के रूप में वह और सभी अधिकारी देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री के विजन के अनुरूप अंतिम व्यक्ति तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाने की दिशा में लगातार कार्य किया जाएगा।
नवनियुक्त मुख्य सचिव ने कहा कि जो भी फरियादी आते हैं, उनके साथ अच्छा व्यवहार करने के साथ ही उनकी समस्याओं को समाधान करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। वर्तमान में जो भी परियोजनाएं जारी हैं उन्हें धरातल पर उतारा जाएगा।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि वर्तमान में सरकार के सामने सबसे बड़ी प्राथमिकता समान नागरिक संहिता (यूसीसी) है। यूसीसी के लिए गठित समिति 02 फरवरी को अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। इसके बाद उसे कैबिनेट में पास किया जाएगा और फिर 05 फरवरी से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के दौरान सदन में रखा जाएगा। उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा जहां यूसीसी लागू होगा।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, अरविंद सिंह ह्यांकी, राधिका झा आदि वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।