एसआईटी का पुतला फूंका, 16 से अनशन का ऐलान
युवा न्याय संघर्ष समिति का धरना 33वें दिन भी रहा जारी

Rishikesh News: ऋषिकेश। 33 दिनों से आंदोलित युवा न्याय संघर्ष समिति ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में एसआईटी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जिसके विरोध में समिति ने एसआईटी का पुतला फूंक कर अपना रोष जाहिर किया है। वहीं, समिति ने चर्चा के बाद 16 नवंबर से आमरण अनशन की चेतावनी भी दी है।
हरिद्वार मार्ग स्थित कोयलघाटी में संघर्ष समिति का धरना 33वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान आंदोलनकारियों ने तिराहे पर एसआईटी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतला दहन किया। आरोप है कि अंकिता हत्याकांड में एसआईटी ने कथित वीआईपी और दोषियों को बचाने के लिए केस को जानबूझकर कमजोर किया है। एसआईटी उन्हें बचाने का काम कर रही है।
समिति से जुड़े लोगों ने सरकार से अंकिता हत्याकांड में छुपे वीआईपी के नाम उजागर करने और विधानसभा भर्ती घोटाले के मुख्य दोषी पर कार्रवाई की मांग दोहराई। प्रवक्ता संजय सिलस्वाल ने बताया कि अब आरपार की लड़ाई के तहत 16 नवंबर से आमरण अनशन शुरू किया जाएगा। इसकी रणनीति बना दी गई है।
प्रदर्शन और धरने में शकुंतला रावत, संयोजक मंडल सदस्य जितेंद्र पाल पाठी, उर्मिला, शीला ध्यानी, लक्ष्मी बुडाकोटी, राजेंद्र सिंह, उषा रावत, अमरा बिष्ट, जया डोभाल, प्रमिला रावत, रामेश्वरी चौहान, लक्ष्मी बुडाकोटी, विनोद रतूड़ी, राजेंद्र गैरोला, मदन सिंह राणा, सुरेंद्र सिंह नेगी, विक्रम भंडारी, अशुतोष डंगवाल, सरोजनी थपलियाल, कमल किशोर, जयेंद्र रमोला, हरि सिंह नेगी, युद्धवीर सिंह चौहान, राहुल जखमोला, रविन्द्र प्रकाश भारद्वाज, प्रवीण जाटव, सावित्री देवी, हर्ष व्यास, रेनू नेगी, गौरव राणा, सन्नी प्रजापति, संदीप कुमार, सूरज कुकरेती आदि मौजूद शामिल रहे।