शिखर हिमालय डेस्क
ऋषिकेश। उत्तराखंड राज्य आंदोलन के समय मसूरी गोलीकांड की याद में राज्य आंदोलनकारियों ने शहीदों को श्रद्धाजलि अर्पित की। इस अवसर पर कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने सरकार से राज्य आंदोलन के संपूर्ण इतिहास को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग उठाई।
दूनमार्ग स्थित गोपाल कुटी परिसर में उत्तराखंड संयुक्त संघर्ष समिति और राज्य आंदोलनकारी मंच की ओर से शहादत दिवस कार्यक्रम आयोजित किया। आंदोलनकारियों ने बारी-बारी पुष्प अर्पित कर मसूरी गोलीकांड के शहीद राज्य आंदोलनकारियों का स्मरण किया।
इसबीच आंदोलनकारियों ने राज्य सरकार से लंबित मांगों समेत राज्य में भू-कानून, मूल निवास आदि को लागू करने की मांग की। वहीं अपने संबोधन में कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने कहा कि शहीदों के बलिदान के कारण ही राज्य का सपना साकार हुआ है। उन्हें खास मौकों के अलावा भी याद किया जाना जरूरी है।
खरोला ने कहा कि सरकार को राज्य आंदोलन के इतिहास को पाठ्यक्रम में लागू करना चाहिए। ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियां उस इतिहास और आंदोलनकारियों के अमर बलिदान से परिचित हो सकें। कहा कि हमें उन परिवारों की सुध भी लेनी चाहिए जिन्होंने अपने परिवार के सदस्य को खोया है।
इस अवसर पर संघर्ष समिति अध्यक्ष वेदप्रकाश शर्मा, संजय शास्त्री, गंभीर सिंह मेवाड़, डीएस गुसाईं, उषा रावत, वीरेंद्र शर्मा, बलबीर नेगी, जसवीर चौहान आदि मौजूद थे।