
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य और जनहित में सरकार कठोर फैसले लेने से भी पीछे नहीं हटेगी। सरकार ने प्रदेश को हर क्षेत्र में शिखर पर ले जाने के लिए 10 वर्षों का रोडमैप बनाया है।
सीएम धामी ने यह बात ‘शिखर पर उत्तराखंड’ कार्यक्रम के दौरान कही। बताया कि प्रधानमंत्री केदार-बदरी की यात्रा के दौरान केदारनाथ और हेमकुंट साहिब के लिए रोपवे के अलावा सीमांत गांव माणा के लिए टू लेन सड़क समेत कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शिलान्यास करेंगे। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में एक नई कार्य संस्कृति विकसित हुई है। जनहित में त्वरित निर्णय लिए जा रहे हैं। हमने उत्तराखंड को विश्व की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक राजधानी बनाने का संकल्प लिया है।
मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास में आमजन के साथ संवाद और उनकी सहभागिता को जरूरी बताया। कहा कि संवाद के माध्यम से हमें लोगों की राय पता चलती है, जिससे हमें सही रास्ते पर चलते की प्रेरणा मिलती है। कहा कि घर, परिवार, संगठन, पार्टी एवं जनता के बीच संवाद लगातार जारी रखना चाहिए। संवाद से ही जनता एवं सरकार के बीच की दूरी घटती है। जनता में सरकार के प्रति विश्वास पैदा होता है।
मुख्यमंत्री ने केदारनाथ हेलीकॉप्टर हादसे पर कहा कि घटना की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही ऐसी दुर्घटनाएं ना हो इसके लिए भी ठोस नीति बनाने को कहा है। कहा कि सरकार विकास के साथ ही पर्यावरण पर भी विशेष ध्यान दे रही है। उत्तराखंड अपने वनों, बुग्यालों, ग्लेशियरों का संरक्षण कर राष्ट्र को महत्वपूर्ण इको सिस्टम सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।
इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती, पद्मश्री संतोष यादव, पद्मश्री बसंती देवी, सचिव आर. मीनाक्षीसुंदरम, विनीता यादव आदि मौजूद रहे।