गंगोत्री के मंदिर कपाट शीतकाल के लिए बंद हुए
केदारनाथ व यमुनोत्री के कपाट कल भैयादूज के दिन होंगे बंद

उत्तराखंड के हिमालयी तीर्थ गंगोत्री के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। गोवर्धन पूजा दिवस पर पूर्वाह्न 11 बजकर 45 मिनट पर विधिविधान के साथ कपाट बंद किए गए। कल शनिवार को भैयादूज पर्व के दिन केदारनाथ और यमुनोत्री के कपाट बंद किए जाएंगे।
गंगोत्री मंदिर समिति के तीर्थ पुरोहितों एवं आचार्यगणों की उपस्थिति में कपाट विधि-विधान से बंद हुए। कपाटबंदी के बाद मां गंगा की उत्सव डोली विभिन्न पड़ावों से होते हुए शीतकालीन गद्दीस्थल मुखवा पहुंचेगी। डीएम उत्तरकाशी मयूर दीक्षित ने बताया कि इस यात्रा वर्ष 32,948 से अधिक तीर्थयात्रियों ने गंगोत्री धाम दर्शन के किए।
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि आज शुक्रवार को गोवर्धन पूजा व अन्नकूट पूजा के दिन गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद कल शनिवार प्रातः भैया दूज यम द्वितीया पर केदारनाथ धाम एवं यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो जाएंगे। जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर को शीतकाल हेतु बंद हो जाएंगे।
केदारनाथ भगवान की उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। इसी तरह यमुनोत्री माता की उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल खरसाली पहुंचेगी। बताया कि अभी तक साढ़े चार लाख तीर्थयात्री उत्तराखंड के चारधाम पहुंच गए हैं।