Breaking News: BKTC फिर से संभालेगी बदरी-केदार का जिम्मा
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम निरसन पर लगी राजभवन की मुहर

देहरादून। उत्तराखंड के चार धामों में से दो तीर्थ बदरीनाथ और केदारनाथ की व्यवस्थाओं का जिम्मा एक बार फिर से बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) ही संभालेगी। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन (निरसन) अधिनियम पर राजभवन की मुहर लगने के बाद अब दोनों ही मंदिरों के प्रबंधन के लिए पुरानी व्यवस्था बहाल हो जाएगी।
हालांकि अभी BKTC की बहाली को लेकर नोटिफिकेशन जारी होना शेष है। चारधाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम के तहत गठित देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को लेकर चारधाम तीर्थ पुरोहितों के व्यापक विरोध के कारण सरकार ने अपने कदम पीछे खींचे लिए थे। विधानसभा सत्र के शीतकालीन सत्र में बीती 11 दिसंबर को इस बाबत निरसन विधेयक पारित किया गया था। राजभवन ने इस विधेयक को स्वीकृति दी है।
विधेयक के अधिनियम बनने के साथ ही पुरानी व्यवस्था के अंतर्गत संयुक्त प्रांत श्री बदरीनाथ मंदिर अधिनियम 1939 पुनर्जीवित हो गया है। जो कि देवस्थानम अधिनियम लागू होने के बाद निरस्त हो गया था। इसके साथ ही बीकेटीसी की पूर्व व्यवस्था की बहाली का रास्ता भी साफ हो गया है।
अब सरकार को नोटिफिकेशन जारी करना है। नए अधिनियम के उपबंधों के अधीन उन्हें संशोधित, निरसित या निलंबित किए जाने तक उन्हें बहाल माना जाएगा। साथ में इस अधिनियम के अधीन समुचित प्राधिकारी समस्त लंबित कार्यवाही नियमित रूप से निस्तारित करेंगे।