
देहरादून। काबीना मंत्री हरक सिंह रावत किसी भी सरकार में रहे हों, किसी भी सीट से चुनाव लड़े हों, उनके तेवर आज भी असरदार माने जाते हैं। इसबार सरकार को आखिरकार कर्मकार कल्याण बोर्ड से शमशेर सिंह सत्याल को हटाने की हरक सिंह की मर्जी को पूरा करना ही पड़ा। बोर्ड से सचिव उप श्रमायुक्त मधु चौहान की भी छुट्टी हो गई है।
दरअसल कर्मकार कल्याण बोर्ड में सत्याल को लेकर कैबिनेट मिनिस्टर हरक सिंह रावत मोर्चा खोले हुए थे। बताते हैं कि यह जंग तब शुरू हुई जब एक साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरक सिंह रावत से बोर्ड का चार्ज वापस ले लिया था और अध्यक्ष पद पर शमशेर सिंह सत्याल को बिठाया। जिन्हें टीएसआर का करीबी माना जाता है।
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लड़ाई तब ज्यादा मुखर हुई जब सचिव पद से दमयंती रावत को किनारे किया गया। हरक सिंह ने इस मसले को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ दिया। यहीं कारण रहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत को लेकर वह हाल में भी मुखर रहे। उनके इन्हीं तेवरों ने आखिरकार अपना असर दिखा ही दिया।
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बताया जा रहा है कि मौजूदा सरकार ने कर्मकार कल्याण बोर्ड से शमेशर सिंह सत्याल और सचिव पद से मधु चौहान को हटा कर एक पीसीएस अधिकारी को दोनों ही पदों का चार्ज सौंपा दिया गया है।
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बहरहाल, भाजपा के भीतर इस प्रकरण के बाद क्या हालात बनते हैं, यह तो आगे सामने आएगा। मगर, माना जा रहा है कि हरक सिंह रावत अपने वर्चस्व को कायम रखने में इसबार भी कामयाब रहे हैं।