Big Breaking: तीर्थ पुरोहित ने दी आत्मदाह की चेतावनी
देवस्थानम का मामला फिर गर्माया, श्रद्धालुओं की दिक्कतों से भड़के तीर्थ पुरोहित, केदार में आंदोलन शुरू

शिखर हिमालय डेस्क
बदरीनाथ। देवस्थानम बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहित फिर आक्रोशित हैं। बदरीनाथ में एक तीर्थ पुरोहित ने तो बोर्ड भंग करने की मांग को लेकर आत्मदाह की चेतावनी तक दे डाली है। जबकि केदारनाथ में फिर से आंदोलन के शुरू होने की खबर है। तीर्थ पुरोहित का कहना है कि देवस्थानम बोर्ड की कार्यप्रणाली के चलते तीर्थयात्री दर्शन नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें तीर्थों तक पहुंचने के लिए भी पूरे रास्ते परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि देवस्थानम बोर्ड को लेकर दो हफ्ते पहले सरकार ने तीर्थ पुरोहितों को 31 अक्टूबर तक आंदोलन स्थगित करने के लिए मना लिया था। साथ ही मामले के समाधान के लिए हाईपावर कमेटी को एक्टिव भी कर दिया। इसबीच हाईकोर्ट से भी चारधाम यात्रा शुरू करने पर फैसला आया, तो तीर्थ पुरोहित व्यस्त हो गए।
मगर, अब यह मामला फिर से गर्माता दिख रहा है। तीर्थ पुरोहित जैसे ही चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थपुरोहितों के पास उनके यजमानों से ई-पास की दिक्कतों की शिकायतें आई, तो वह भड़क उठे। उन्होंने इसके लिए सीधे तौर पर देवस्थानम बोर्ड की कार्यप्रणाली को जिम्मेदार ठहराया है।
तीर्थाटकों की इन्हीं दिक्कतों से आक्रोशित तीर्थ पुरोहित गुणानंद कोटियाल ने बदरीनाथ धाम में एक मीडियाकर्मी से बातचीत के दौरान देवस्थानम बोर्ड करने की मांग को लेकर आत्मदाह की चेतावनी दे डाली। उनका कहना है कि ई-पास के कारण श्रद्धालुओं को धाम तक पहुंचने से लेकर दर्शनों तक में दिक्कतें हो रही हैं। कई तीर्थयात्री यात्रा अधूरी छोड़कर वापस लौट गए हैं। कहा कि यदि देवस्थानम बोर्ड भंग नहीं किया जाता तो वह धाम में ही आत्मदाह कर लेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी गुहार लगाई है। कहा कि मन की बात बहुत हो गई, पीएम अब तीर्थयात्रियों की आत्मा की आवाज को भी सुनें।
उधर, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केदारनाथ धाम में भी तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन दोबारा से शुरू हो गया है। सूचना यह भी है कि बदरीनाथ धाम में भी बोर्ड के अलावा ई-पास, मास्टर प्लान आदि को लेकर भी बैठक की जाने वाली है।