
Sahaspur Assembly: देहरादून। कांग्रेस पार्टी के लिए आज का दिन काफी सुकून भरा साबित हुआ है। पार्टी ने जहां ऋषिकेश में बागी उम्मीदवार शूरवीर सिंह सजवाण को मनाने में सफल रही, वहीं सहसपुर सीट पर भी प्रत्याशी आर्येंद्र शर्मा के खिलाफ आए सभी नाराज दावेदारों को एकसाथ जोड़ने में कामयाब रही है।
देहरादून की सहसपुर विस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी आय़ेर्ंद्र शर्मा को टिकट मिलने के बाद से कांग्रेस के अन्य दावेदार नाराज हो गए थे। दावेदार अनीस अहमद, अकील अहमद और रमेश आजाद ने तो नामांकन तक दाखिल कर दिया था। जबकि अन्य दावेदार लक्ष्मी अग्रवाल, गुलजार अहमद, राकेश नेगी और विनोद चौहान भी नाराज चल रहे थे।
इसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी आर्येंद्र शर्मा और जिलाध्यक्ष संजय किशोर के साथ पार्टी के बड़े नेताओ ने भी सभी दावेदारों से लगातार वार्ता कर उन्हें पार्टी के हित में साथ आने के लिए कहा। जिसमें सफलता मिली। आज सेलाकुई में कांग्रेस चुनाव कार्यालय पर हुई एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में सभी दावेदार एक मंच पर दिखे। साथ ही नामांकन वापस लेने का ऐलान किया।
इसबीच सभी ने एकजुट होकर सहसपुर क्षेत्र को भाजपा के 15 सालों के कुशासन से मुक्ति दिलाने का संकल्प लिया। आर्येंद्र शर्मा ने कहा कि अब सब साथ हैं। इस सीट पर कांग्रेस की जीत तय हो चुकी है।
अब आरेंद्र शर्मा के समर्थन में हाथ मिला लिया है। नाम वापसी के अंतिम दिन तीन कांग्रेसियों ने अपने नामांकन वापस ले लिए है। वहीं सहसपुर में आयोजित एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में सभी ने कांग्रेस की जीत का सकंल्प लिया। इस सीट से आर्येंद्र के साथ ही लक्ष्मी अग्रवाल, गुलजार अहमद, राकेश नेगी, विनोद चौहान, अनीस अहमद, अकील अहमद और रमेश आजाद कांग्रेसी टिकट के दावेदार थे। लेकिन कांग्रेस ने आर्येंद्र को अपना प्रत्याशी घोषित किया। जिसके बाद से ही अन्य दावेदारों में नाराजगी बढ़ गई थी।