Uttarakhand: इन्वेस्टर्स समिट को लेकर सीएम ने की समीक्षा
संबंधित प्रस्तावों और नीतियों के लिए सचिवों को दिए आवश्यक निर्देश

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत निवेश के लिए विभाग जिन परियोजनाओं पर कार्य कर रहे हैं, उनकी समीक्षा की। निर्देशित किया कि राज्य में निवेश को लेकर विभागों की संबंधित नीतियों को बेहतर करने के लिए आने वाले सुझावों को शिमल और आवश्यक संशोधन कर प्रस्ताव लाए जाएं। कहा कि विभागीय सचिव ध्यान दें कि इन्वेस्टर्स समिट तक परियोजनाओं के तहत अच्छी ग्राउंडिग हो जाए। इसके लिए नियमित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक करें।
गुरूवार को मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री ने पर्यटन, कृषि, मैन्युफैक्चरिंग, स्वास्थ्य, आयुष, शहरी विकास, ऊर्जा आईटी, खेल, स्किल डेवलपमेंट एवं तकनीकि शिक्षा, उच्च एवं माध्यमिक शिक्षा, परिवहन एवं अन्य क्षेत्रों में विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। सचिवों को निर्देश दिए कि कार्यों में और तेजी लाने के लिए अपने अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने के लिए और प्रभावी प्रयासों की जरूरत है। राज्य का समग्र विकास पर्वतीय क्षेत्रों के विकास से ही संभव है। पर्वतीय क्षेत्रों में निवेशकों को निवेश करने के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जाए। कहा कि राज्य में निवेश के लिए अनेक संभावनाएं हैं, इन संभावनाओं को हमें कार्यरूप में लाकर प्रदेश की आर्थिकी को तेजी से बढ़ाना है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी विभागों के लैंड बैंक की पोर्टल के माध्यम से मॉनिटरिंग की जाए। निवेश के लिए आवश्यकतानुसार भूमि का सही उपयोग होना जरूरी है। जो भी निवेश प्रस्ताव आ रहे हैं उनकी जल्द ग्राउंडिंग हो जाए। विभागों द्वारा जो भी योजना बनाई जा रही है, उसका क्रियान्वयन सुनियोजित तरीके से हो। सुनिश्चित हो कि नीतियों का सरलीकरण के साथ ही निवेशकों को सभी अनुमतियां समय पर मिल जाएं।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधू, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, अरविद सिंह ह्यांकी, सचिन कुर्वे, बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम, रविनाथ रमन, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, विजय कुमार यादव, डॉ. आर. राजेश कुमार, विनय शंकर पाण्डेय, दीपेन्द्र कुमार चौधरी, डॉ. एस.एन. पाण्डेय, प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा और संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।