
ऋषिकेश/रायवाला (चित्रवीर क्षेत्री)। डीजल से चलने वाले ऑटो और विक्रम पर प्रतिबंध मामले के विरोध में कल ऋषिकेश में ऑटो, विक्रम और ई-रिक्शा का चक्का जाम रहेगा। दूसरी ओर परिवहन संस्थाओं ने कल शीतकालीन सत्र के पहले दिन विधानसभा घेराव का निर्णय भी लिया है।
सोमवार को हरिद्वार मार्ग स्थित उत्तराखंड विक्रम टैंपो महासंघ कार्यालय में चक्का जाम और विधानसभा घेराव को लेकर परिवहन संस्थाओं की बैठक हुई। संस्थाओं के पदाधिकारियों के मुताबिक एनजीटी ने 10 वर्ष पुराने कमर्शियल वाहनों प्रदूषण मुक्त करने पर विचार करने को कहा था, लेकिन आरटीए इसके उलट उद्योगपतियों के दबाव में थ्री व्हीलर वाहनों को सड़कों से हटाने का फैसला लिया है। उन्होंने इस फैसले को उच्च न्यायालय की अवमानना भी बताया।
बैठक मे निर्णय लिया गया कि मंगलवार को क्षेत्र के सभी विक्रम, जेएसए, थ्रीविलर और ई-रिक्शा संचालक व मालिक अपने वाहनों का चक्का जाम कर बसों के जरिए देहरादून पहुंचकर विधानसभा घेराव में शामिल होंगे। महासंघ अध्यक्ष विनय सारस्वत ने विधानसभा घेराव को काशीपुर, रुद्रपुर, हल्दानी, किच्छा, लालकुंआ और बाजपुर की विक्रम और थ्रीविलर संस्थाओ का समर्थन मिलने का भी दावा किया है। कल उत्तराखंड बस यूनियन, ट्रक यूनियन, टैक्सी मैक्स, डंपर यूनियन और लोडर वाहन के संचालक भी समर्थन में देहरादून पहुंचेंगे।
बैठक मे ऋषिकेश विक्रम युनियन के उपाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह सजवाण, कोषाध्यक्ष हरिमोहन टीटु, गढवाल मंडल टैक्सी युनियन के अध्यक्ष विजयपाल सिंह रावत, ट्रेकर कमांडर युनियन के अध्यक्ष बलवीर सिंह नेगी, सचिव राधेश्याम व्यास, टैक्सी मैक्स यूनियन के अध्यक्ष हेमंत डंग, तपोवन विक्रम युनियन के अध्यक्ष त्रिलोक भंडारी, सचिव अरूण कुमार, देवभूमि आटो यूनियन अध्यक्ष राजेन्द्र लांबा, सचिव बेचन गुप्ता, नेपालीफार्म यूनियन अध्यक्ष भरत भूषण नौटियाल, सचिव राजेन्द्र राणा, विक्रम मालिक चालक यूनियन रामझूला के सचिव पंकज वर्मा, आटो यूनियन त्रिवेणीघाट के उपाध्यक्ष सोहन गौनियाल, सुभाष चंद्र, गोविन्द पयाल आदि मौजूद थे।
राजाजी सफारी सोसायटी का भी समर्थन
उत्तराखंड परिवहन महासंघ के विधानसभा घेराव और चक्का जाम को राजाजी सफारी वेलफेयर सोसायटी ने भी समर्थन देने का ऐलान किया है। जिसके तहत मंगलवार को राजाजी पार्क के लिए सफारी वाहन संचालित नहीं किए जाएंगे। यह जानकारी संस्था के सचिव शशि रणाकोटी ने दी।