दायित्वधारीः कई नेताओं के ‘अरमान’ रह गए ‘इंतजार’ में…

Uttarakhand BJP Dayitvadhari : लंबे समय से अटकलों के बीच में डोलती भाजपा के दायित्वधारियों की पहली लिस्ट आखिर आ ही गई। मगर, तमाम जोड़ जुगत के बाद अभी कईयों का इंतजार जस का तस रह गया। हालांकि माना जा रहा है श्राद्धपक्ष के बाद कुछ और आकांक्षियों की मनोकामना पूरी हो सकती है। जबकि मंत्रिमंडल के विस्तार पर अभी भी असमंजस का दौर जारी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की नई सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल में दायित्वधारियों की पहली सूची बुधवार देररात जारी की गई। इस लिस्ट में 10 वरिष्ठ नेताओं का नाम शामिल किया गया है। इनमें पांच को परिषदों व संस्थाओं में अध्यक्ष तो पांच को उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। हालांकि इनमें मंत्री और राज्यमंत्री का दर्जा तय होना अभी बाकी है।
दायित्वधारियों की पहली लिस्ट में सिर्फ एक महिला नेत्री को शामिल किया गया है। जबकि बताया जाता है कि इंतजार में दर्जनों महिलाएं थीं। वहीं, महज 10 वरिष्ठ लोगों की लिस्ट आने से कतार में खड़े प्रदेशभर के कई दर्जन नेताओं के पास फिलहाल इंतजार के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
लोकसभा चुनाव में अब करीब छह महीने का समय बाकी है। जबकि निकाय चुनावों को लेकर अभी भी स्थिति स्पष्ट नहीं। ऐसे में भाजपा के भीतर एक अरसे से दायित्वों को लेकर असमंजस का दौर चल रहा है। पिछले दिनों भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बयान के बाद तय हो गया था, कि श्राद्धपक्ष से पहले दर्जाधारियों की लिस्ट आ जाएगी। लेकिन मात्र 10 ही लोगों को एडजस्ट किए जाने से लाइन में लगे अन्य का इंतजार लंबा हो गया है।
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अब देरी नहीं करेंगे। भाजपा हाईकमान से भी लगभग उन्हें इशारा मिल चुका है। बताते हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले उनके सामने मंत्रिमंडल के रिक्त पदों को भरने और विस्तार के अलावा पार्टी के लिए अहम अन्य नेताओं को दायित्व बंटवारे की चुनौती है। जानकार बताते हैं कि धामी इस पर भी नवरात्र या फिर उसके कुछ समय बाद कोई फैसला ले सकते हैं।
इन्हें मिला दायित्व
ज्योति प्रसाद गैरोला : उपाध्यक्ष, बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति (राज्य स्तरीय)।
बलराज पासी : अध्यक्ष, उत्तराखंड राज्य बीज एवं जैविक उत्पाद प्रमाणीकरण संस्था।
रमेश गड़िया : उपाध्यक्ष, उत्तराखंड राज्य स्तरीय जलागम परिषद।
मधु भट्ट : उपाध्यक्ष, उत्तराखंड संस्कृत साहित्य एवं कला परिषद।
सुरेश भट्ट : उपाध्यक्ष, राज्यस्तरीय राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य एवं अनुश्रवण परिषद।
अनिल डब्बू : अध्यक्ष, कृषि उत्पादन एवं विपणन बोर्ड (मंडी)।
मुफ्ती शमून कासमी : अध्यक्ष, उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद।
कैलाश पंत : अध्यक्ष, उत्तराखंड राज्य सलाहकार श्रम संविदा बोर्ड।
शिवसिंह बिष्टः उपाध्यक्ष, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना राज्यस्तरीय अनुश्रवण परिषद।
नारायण राम टम्टा : अध्यक्ष, हरिराम टम्टा परंपरागत शिल्प उन्नयन संस्था।