
Uttarakhan Election 2022: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की तारीख करीब आते ही भाजपा और कांग्रेस में उथल-पुथल मची हुई है। भाजपा ने रविवार देर शाम कबीना मंत्री हरक सिंह रावत को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बाहर का रास्ता दिखा दिया, तो सोमवार को महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष पूर्व विधायक सरिता आर्य के लिए वेलकम गेट खोल दिया।
आज प्रदेश मुख्यालय में सरिता आर्य ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की मौजूदगी में भाजपा को ज्वाइन किया। उनके साथ महिला कांगेस की प्रदेश उपाध्यक्ष रेखा बोहरा और प्रदेश महामंत्री वंदना गुप्ता ने भी बीजेपी की सदस्यता ली। दूसरी तरफ कांग्रेस ने बीजपी को ज्वाइन करने वाले लीडर के खिलाफ कड़ा रूख दिखाते हुए निष्काषन की कार्रवाई की।
बता दें, कि यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य की कांग्रेस में घर वापसी के दिन से सरिता आर्य नाराज चल रही थी। उसी दिन से उन्होंने मोर्चा खोल दिया था। कांग्रेस में अपना टिकट कन्फर्म नहीं होने की स्थिति में आखिर उन्होंने बीजेपी के दरबार में हाजिरी दी, तो बीजेपी को भी नैनीताल सीट पर एक कदावर चेहरे की दरकार थी, यानि की समीकरण बनने पर सरिता आर्य को पार्टी में शामिल कर लिया गया।
भाजपा को ज्वाइन करने पर भले ही सरिता आर्य ने आज के बयान में यह कहा हो कि वह बिना शर्त शामिल हुई हैं, जबकि दो दिन पहले उन्होंने ही कहा था कि भाजपा अगर टिकट देगी तो वह जाने को तैयार हैं। आज उन्होंने कांग्रेस के सभी पदों से भी इस्तीफा दे दिया। दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी सरिता आर्य के साथ अन्य को भी पार्टी से निष्काष्ति कर दिया है।
लिहाजा, नैनीताल सीट पर एक बात तो तय है कि 2022 के चुनाव में एक बार फिर से संजीव आर्य और सरिता आर्य आमने सामने होंगे। फर्क बस इतना है कि दोनों के ही पाले बदल गए हैं। ऐसे में चुनाव में जनता का निर्णय क्या होगा, यह परिणाम आने पर ही पता चलेगा।