
Uttarakhand Election 2022: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर जिताऊ प्रत्याशियों का चयन जितना भाजपा के लिए अग्निपरीक्षा साबित हो रहा है, उससे कहीं अधिक कांग्रेस चक्रव्यूह में फंसी हुई लग रही है। जिसपर केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) के नेता दिल्ली की कड़ाके की ठंड में पसीना-पसीना हैं।
कभी कहा जा रहा है कि सब तय हो गया, बस कहीं-कहीं फाइनल टच देना बाकी है, तो कभी कह रहे कि सारी रिपोर्ट कांग्रेस की CEC को सौंप दी, सो ऐलान ही बाकी है। लेकिन बताया यह भी जा रहा है कि अब 20 नहीं बल्कि 27 सीटों पर पेंच फंस गया है। जिसके लिए सीईसी ने दावेदारों के आला हमदर्दों से उनके तर्क तलब किए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी अध्यक्ष अविनाश पांडेय की मौजूदगी में सीईसी ने जमकर मंथन किया गया। अधिकांश सीटों पर करीब-करीब सहमतियां भी बन गई। लेकिन कुछ सीटें ऐसी निकल कर आई, जिनपर उत्तराखंड चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के बीच मामला सुलट नहीं पा रहा है। दोनों ही अपने पक्ष के दावेदारों के दावों को मजबूत बता रहे हैं। इस मीटिंग में प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी मौजूद रहे।
नतीजा, जिन सीटों पर दो से भी अधिक दावेदार हैं, उनके लिए कांग्रेस ने भाजपा की तरह ही पैनल तैयार कर लिया है। साथ ही अपने-अपने दावेदारों के पक्ष में हरदा और प्रीतम सिंह ने लिखित दावा रिपोर्ट की नत्थी की है। जिस पर अब हाईकमान को निर्णय लेना है। बताया जा रहा है कि ऐसी सीटें करीब 27 हैं।
उधर, रविवार और आज भाजपा कांग्रेस के बीच दलबदल, निष्कासन की घटनाओं के चलते उत्तराखंड की सियासत बेहद गर्माई हुई है। ऐसे में कांग्रेस को भी अपनी लिस्ट फाइनल करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। खासकर हरक सिंह को लेकर जहां प्रीतम सिंह और गणेश गोदियाल को सहमत बताया जा रहा है, तो हरदा अभी भी 2016 की टीस के साथ गुस्साए हुए हैं। नतीजा, टिकटों के ऐलान में देरी की एक वजह यह भी लग रही है।
वह सीटें जिनपर फंसा है पेंच
1. देहरादून कैंट
2. मसूरी
3. घनसाली
4. यमुनोत्री
5. पौड़ी
6. चौबट्टाखाल
7. कर्णप्रयाग
8. हरिद्वार
9. हरिद्वार ग्रामीण
10. रानीपुर
11. खानपुर
12. रुड़की
13. सहसपुर
14. रायपुर
15. डोईवाला
16. पुरोला
17. ऋषिकेश
18. टिहरी
19. धनोल्टी
20. लैंसडाउन
21. रुद्रप्रयाग
22. कालाढूंगी
23. काशीपुर
24. सल्ट
25. किच्छा
26. गंगोलीहाट
27. चम्पावत