
ऋषिकेश। विस्थापित क्षेत्र में रेडफोर्ट इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल ने आर्थिक तौर पर कमजोर बच्चों के लिए ‘जरूरत की पाठशाला’ की मुहिम शुरू की। प्रत्येक शनिवार को स्कूल के शिक्षक और होनहार बच्चे क्षेत्र में ऐसे परिवारों के बच्चों को पाठ्य सामग्री के साथ ही उन्हें प्रारंभिक शिक्षा देने का कार्य करेंगे।
शनिवार को रेड फोर्ट इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल ने विस्थापित क्षेत्र में बसे गुर्जर परिवारों के बच्चों के बीच पहुंच कर ‘जरूरत की पाठशाला’ मुहिम की शुरूआत की। इस दौरान गुर्जर परिवार के बच्चां को पाठ्य सामग्री बांटी गई। साथ ही उन्हें बच्चों और शिक्षकों ने प्रारंभिक शिक्षा की जानकारियां भी दी।
विद्यालय के चेयरमैन डॉ. शूरवीर सिंह बिष्ट ने बताया कि मौजूदा दौर में शिक्षा के बाजारीकरण के चलते कई वर्ग शिक्षा से वंचित होते जा रहे हैं। जबकि स्कूल का मकसद इससे इतर हर वर्ग को शिक्षा प्रदान करना है। ‘जरूरत की पाठशाला’ मुहिम प्रारंभिक शिक्षा से वंचित बच्चों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास करेगी।
प्रधानाचार्य विशाल शर्मा ने बताया कि हर बच्चे को शिक्षा के अधिकार है। ऐसे में विद्यालय परिवार शिक्षा से दूर हुए बच्चों को मुफ्त पठन-पाठन सामग्री ही नहीं मार्गदर्शन भी देगा। प्रत्येक शनिवार को ऐसे क्षेत्रों में पहुंचकर मुहिम को आगे बढ़ाया जाएगा।
बताया कि प्रारंभिक स्तर पर विस्थापित में बसे 10 गुर्जर 20 से अधिक बच्चों को मुहिम से जोड़ा गया है। अन्य इलाकों में भी ऐसे प्रयास किए जाएंगे। अभियान में इती नेगी, आस्था हटवाल, पूनम, अक्षय चौहान, अमित गांधी आदि शामिल रहे।