
International Yoga Day : अल्मोड़ा। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जागेश्वर धाम पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में योग के ज़रिए धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के नए विजन को दर्शाया। कहा कि जागेश्वर धाम को योग ध्यान और आध्यात्मिक चेतना का केंद्र बनाया जाएगा।
जागेश्वर धाम के लिए सीएम का ऐलान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विशेष पहल पर इसवर्ष अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन सुदूरवर्ती अल्मोड़ा के जागेश्वर धाम में किया गया। धामी ने कहा कि मानस मंदिर माला मिशन के जरिए सरकार कुमाऊं के प्राचीन मंदिरों में विभिन्न सुविधाओं को विकसित कर रही है।योजना की शुरुआत जागेश्वर धाम से की जा रही है। धाम को योग ध्यान और आध्यात्मिक चेतना का केंद्र बनाया जाएगा।
ये हैं योग के पांच संयोजन
मुख्यमंत्री धामी ने जागेश्वर धाम से योग के पांच संयोजन का भी जिक्र किया। कहा कि योग शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना का संयोजन है। उन्होंने प्रदेशवासियों से उत्तराखंड को हरस्तर पर उत्कृष्ट बनाने के लिए प्रतिदिन एक घंटा योग करने का संकल्प लेने का अह्वान किया। कहा कि प्रतिदिन योग करें, सूरज उगने से पहले जगना होगा और खुद को बदलना होगा, जिससे दवाओं पर आने वाला व्यय भी कम होगा।
‘वसुधैव कुटुम्बकम’ सनातन संस्कृति का मूलाधार
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमारी गौरवशाली सनातन संस्कृति का मूल आधार ’वसुधैव कुटुम्बकम’ है और यही हमारे देश की 140 करोड़ जनता का मूल संस्कार भी है, जो सम्पूर्ण विश्व को एक परिवार का रूप मानता है। इसी सिद्धांत को केंद्र में रखते हुए इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम ’वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग’ तय की गई। कहा कि अनेकों वैश्विक चुनौतियों और षड्यंत्रों का सामना करने के बावजूद भारत ने कभी भी मानवीय मूल्यों से हटकर आचरण नहीं किया। हमारी इस लोक कल्याणकारी अवधारणा का आधार हमारी संस्कृति है, जिसके मुख्य स्तंभों में से एक योग भी है। इसी वजह से योग आज दुनिया के करोड़ों लोगों की दिनचर्या का अहम हिस्सा बन गया है जो विश्व को भारतीय संस्कृति के साथ और अधिक प्रगाढ़ता से जोड़ने का काम कर रहा है।