
ऋषिकेश। राज्यपाल ले. जनरल (सेवानिवृत) गुरमीत सिंह ने बुधवार को एम्स हेलीबोर्न इमरजेंसी मेडिसिन ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत की। कहा कि एम्स ऋषिकेश ने स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में उत्कृष्टता और नवाचार के नए मानक स्थापित किए हैं। संस्थान की हेली एम्बुलेंस सेवा और ट्रॉमा मेडिकल सुविधाएं उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्य के लिए वरदान साबित हुई हैं।
मुख्य सभागार में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य हेली एम्बुलेंस मेडिकल टीम को विश्वस्तरीय विशेषज्ञों द्वारा अधिक उन्नत, वैज्ञानिक और सक्षम चिकित्सीय प्रशिक्षण प्रदान करना है। यह कार्यक्रम फ्रेंच एकेडमी ऑफ मेडिसिन (एफएएम), एयरबस फाउंडेशन और एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित किया जा रहा है। भारत की प्रथम आधिकारिक हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस सर्विस (हेम्स) टीम को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से इसे महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि ट्रॉमा मैनेजमेंट, हेल्थ मैनेजमेंट और आपदा चिकित्सा में एम्स ऋषिकेश अग्रणी संस्थान के रूप में उभरा है। उन्होंने अस्पताल के नर्सिंग अधिकारियों, मोर्चरी स्टाफ और स्वच्छता कर्मियों के योगदान की भी सराहना की। कहा कि यह “साइलेंट हीरोज़“ अस्पताल सेवाओं को सुचारू और प्रभावी बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।
एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम संस्थान की हेली एम्बुलेंस सेवाओं में नई गति और गुणवत्ता जोड़ने वाला है। इससे उत्तराखंड के दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों तक त्वरित, सुरक्षित और प्रभावी चिकित्सा सहायता पहुंचाने में और मजबूती मिलेगी।
इससे पूर्व हेली एम्बुलेंस सेवा के नोडल अधिकारी और ट्रॉमा सर्जन डॉ. मधुर उनियाल ने ट्रॉमा सर्जरी विभाग की विभिन्न गतिविधियों, उपलब्धियों और आपदा परिस्थितियों में की गई महत्वपूर्ण बचाव सेवाओं की जानकारी दी। बताया कि धराली (उत्तरकाशी) और थराली (चमोली) में आपदाओं के दौरान हेली एम्बुलेंस मेडिकल सेवा ने कई लोगों की जान बचाई।
राज्यपाल ने ट्रॉमा सेंटर से स्वस्थ होकर लौटे सर्वाइवर डॉ. राकेश नौटियाल, अजय रावत, सूबेदार राजमोहन तिवारी और संजय कुमार को विशेष सम्मान भी प्रदान किया। कार्यक्रम में ट्रॉमा विभागाध्यक्ष प्रो. कमर आज़म, डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. बी. सत्याश्री आदि मौजूद रहे।
अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा विशेष प्रशिक्षण
हेलीबोर्न इमरजेंसी मेडिसिन ट्रेनिंग प्रोग्राम में फ्रांस से आए विशेषज्ञ डॉ. क्रिस्तोफ बोंबेर्ट (आपातकालीन फ्लाइंग डॉक्टर), डॉ. एर्वे कोआडू (प्रमुख, हेली एम्बुलेंस मेडिकल सर्विस, सामू 59), राल्फ सेत्ज (हेम्स एविएशन विशेषज्ञ एवं पायलट), अलीन बोनो (हेम्स नर्स विशेषज्ञ), डॉ. रिचार्ड विले (पूर्व महासचिव, फ्रेंच एकेडमी ऑफ मेडिसिन), थीबो स्पोर (सलाहकार, सिविल एविएशन, फ्रांस दूतावास) द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।



