मसूरीः शहीद स्मारक में बनाया जाएगा संग्रहालयः धामी
मुख्यमंत्री ने शहीद राज्य आंदोलनकारियों को अर्पित की श्रद्धांजलि

मसूरी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी गोलीकांड की 30वीं बरसी पर शहीद स्मारक में शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण को लेकर आंदोलनकारियों ने सीएम का आभार जताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद राज्य आंदोलनकारियों ने राज्य के विकास को लेकर जो सपने देखे थे, सरकार उन्हें पूरा करने में जुटी हुई है। कहा कि 1 सितंबर को खटीमा, 2 को मसूरी और 2 अक्टूबर को रामपुर तिराहा कांड तीनों दिन राज्य के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में दर्ज हैं। कहा कि हम अपने अमर शहीदों के सर्वोच्च बलिदान को कभी भुला नहीं सकते।
उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों के लिए 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था लागू की है। उन्हें पेंशन दी जा रही है। कहा कि राज्य आंदोलन में मातृशक्ति की बड़ी भूमिका रही, इसी के दृष्टिगत राज्य सरकार ने महिलाओं को राज्य की सरकारी सेवाओं में 30 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मसूरी के शहीद स्मारक में बलिदानियों के स्मरण में संग्रहालय बनाया जाएगा। हमारे राज्य आन्दोलनकारियों के बारे में भावी पीढ़ी को जानकारी होना जरूरी है। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने मसूरी में स्व. इन्द्रमणि बडोनी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि 2 सितंबर को मसूरी गोलीकांड में बलबीर सिंह नेगी, धनपत सिंह, राय सिंह बंगारी, मदनमोहन ममगाईं, बेलमती चौहान और हंसा धनाई शहीद हो गए। मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, पालिका के पूर्व अध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, ओपी उनियाल, भगवान सिंह धनाई आदि मौजूद थे।