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ज्योतिष : 2022 में किसे मिलेगी सत्ता, क्या हैं इसके आसार?

उत्तराखंड के चुनाव और परिणामों का ज्योतिषीय दृष्टि से एक समग्र आकलन

Uttarakhand Election 2022: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 का तापमान चरम पर पहुंच गया है। हर राजनीतिक दल अपनी जीत के साथ ही सरकार बनाने के दावे भी कर रहा है। जनता से लुभावने वायदों के साथ ही हर वह हथकंडा अपनाया जा रहा है, जो मतदाताओं के मन को प्रभावित कर सकता है। सत्ता पक्ष के सामने अपनी सरकार को बचाने की चुनौती है, तो विपक्ष भी सत्ता हासिल करने की हर जुगत को लगा है। 10 मार्च को उत्तराखंड की सत्ता का परिणाम किसके हक में रहेगा, भले ही फिलहाल इसका सीधा जवाब किसी के पास नहीं है। फिर भी ज्योतिष विज्ञान की दृष्टि से मौजूदा चुनाव के नतीजों को लेकर भविष्यवाणियां सामने आ रही हैं।

ऐसी एक भविष्यवाणी ज्योतिष विभूषण सम्मान प्राप्त आचार्य डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने बसंत पंचमी के दिन की है। ज्योतिष विज्ञान के अलोक में उन्होंने अपनी बात रखने से पहले मतदाताओं से लोकतंत्र की मजबूती के लिए वोटिंग करने की अपील भी की है।

डॉ. घिल्डियाल का कहना है कि उत्तराखंड राज्य की जन्मकुंडली और ज्योतिषीय दृष्टि से मुख्यमंत्री पद के दावेदारों के भविष्य की संभावनाओं को बांचने के बाद वह अपनी भविष्यवाणी के निष्कर्ष पर पहुंचे हैं। बताया कि 2022 के वर्तमान में उत्तराखंड राज्य की कुंडली में बुद्ध ग्रह की महादशा में शनि की अंतर्दशा चल रही है। कुंडली में शनि का वर्तमान गोचर इंगित करता है कि सत्ता के लिए आखिरी दिनों में संघर्ष इतना बढ़ जाएगा कि सियासी पार्टियों के बीच एक-एक सीट हासिल करने के लिए हर तरह का हथकंडा आजमाया जाएगा। हालांकि उसके बाद भी प्रमुख दलों को अपेक्षित नतीजे मिलेंगे, इसमें संशय है।

घिल्डियाल के अनुसार 14 फरवरी को मतदान के दिन मकर लग्न प्रभावी रहेगा। मकर लग्न की कुंडली में लग्न में शनि एवं बुध विराजमान है। बुध ग्रह छठवें भाव के स्वामी हैं, जो शत्रु का घर कहलाता है। उस दिन सोमवार है। सुबह 7:30 से 9:00 तक राहुकाल रहेगा, इसलिए कई प्रकार के विवाद, कोर्ट केस की भी आशंकाएं हैं। यह योग स्वयं में सियासी दलों को बहुमत के आंकड़े के करीब रोकने की ताकत रखता है।

बताया कि चुनाव के दिन मकर लग्न की इस कुंडली में देवगुरु बृहस्पति की दशा चल रही है। जिसकी अंतर्दशा में शनि देव और प्रत्यंतरदशा में मंगल देव है। देवगुरु बृहस्पति की अंतर्दशा में शनिदेव है। मंगल देव के प्रत्यंतर में चुनाव होने से स्त्रियों और दलितों को लाभ संभव है।

स्पष्ट शब्दों में, इस वर्ष 2022 के चुनाव में मजबूत विपक्ष की भूमिका अवश्य तैयार होगी। यानि कि किसी भी दल को न तो प्रचंड बहुमत मिल रहा है, और न ही पूर्ण बहुमत। पक्ष और विपक्ष के बीच विधानसभा सीटों का अंतर बेहद कम रहेगा। इसलिए जो दल जनता के मन को जीत पाएगा, वह बुद्धि और चातुर्य से सरकार बनाएगा।

डॉ. घिल्डियाल के अनुसार 2022 के चुनाव में पहली बार किस्मत आजमा रहे दल और निर्दलीय मामूली सीटों को ही प्रभावित करेंगे। परंतु जिन सीटों पर दलों से अलग होकर स्त्री जातक चुनाव लड़ रही हैं, शनिदेव उन्हें अप्रत्याशित रूप से विजय भी दिला सकते हैं, या वह अपने ही दलों को नुकसान पहुंचाने की स्थिति में भी हो सकते हैं।

ज्योतिष विभूषण सम्मान प्राप्त आचार्य चंडी प्रसाद बताते हैं कि पक्ष-विपक्ष में मुख्यमंत्री पद के दावेदार इस चुनाव में अपनी विधानसभाओं में बुरी तरह से घिरे रहेंगे। उनकी जीत-हार का निर्णय बेहद कम अंतर से होगा।

बता दें, कि डॉ. चंडी प्रसाद धिल्डियाल इससे पहले भी राजनीतिक घटनाक्रमों पर कई भविष्यवाणियां कर चुके हैं, जो बेहद सटीक साबित हुई हैं। जो कि हाल के वर्षों के तीन मुख्यमंत्रियों बारे थीं। वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बदलने की चर्चा पर उन्होंने इसे अपनी गणना में खारिज किया था। इसके बाद उन्होंने सीएम तीरथ सिंह रावत के बयानों से विवाद पैदान होने की भविष्यवाणी की थी, जिससे उन्हें भी पद त्यागना पड़ा। तीसरे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कार्यशैली की जनता में प्रशंसा की बात भी डॉ. घिल्डियाल अपने ज्योतिषीय आंकलन के जरिए कर चुके हैं।

(नोट – ज्योतिषाचार्य डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल कुंडली, हस्तरेखा और वास्तु शास्त्र के मर्मज्ञ के साथ-साथ यंत्र साधना के अच्छे जानकार हैं। आप उनसे संपर्क कर सकते हैं। निवास- 56/1 धर्मपुर, देहरादून, उत्तराखंड। कैंप कार्यालय- सी- 800, आईडीपीएल कॉलोनी, वीरभद्र, ऋषिकेश। मोबाइल -9411153845)

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