सूर्यग्रहणः इन राशियों के भाग्योदय का योग
साढ़े सात बजे से पहले कर लें लक्ष्मी पूजन, सूतक आज शाम से ही शुरू

Surya Grahan : ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से सौरमंडल में सूर्यग्रहण (Solar Eclipse) और चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse) का प्रभाव समूचे चर-अचर जगत पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही तरह से पड़ता है। इसवर्ष का आखिरी सूर्यग्रहण दीपोत्सव पर्व की अवधि में है। ऐसी ही स्थिति 27 वर्ष पूर्व सन् 1995 में भी आई थी। हालांकि तब दीपावली के दिन सूर्यग्रहण के होने पर भी सौरमंडल में ग्रहों की स्थिति में आज से अलग थी। इसवर्ष एक पखवाड़े की अवधि में सूर्य और चंद्र ग्रहण का घटित होना, ज्योतिषीय दृष्टि से अच्छा नहीं माना जा रहा है। चंद्र ग्रहण 8 नवंबर के दिन है।
यह कहना है ज्योतिषाचार्य डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल का। बताया कि 25 अक्टूबर मंगलवार के दिन सूर्यग्रहण समूचे भारत में दिखाई देगा। जिसकी पूर्ण अवधि 7 घंटा 5 मिनट रहेगी। लेकिन उत्तर भारत में सूर्यग्रहण की अवधि शाम 4:42 बजे से 5:22 बजे की रहेगी। जबकि ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पूर्व प्रारंभ हो जाएगा।
आचार्य घिल्डियाल ने बताया कि आज दिवाली के दिन सायं साढ़े सात बजे से सूर्यग्रहण का सूतक काल आरंभ हो जाएगा। इसलिए लक्ष्मी पूजन की धार्मिक क्रियाएं उससे पहले ही पूर्ण कर लेनी चाहिए। इसके बाद दीपावली के उल्लास को मनाने के लिए पटाखे आदि जलाए जा सकते हैं। मंदिरों के कपाट शाम साढ़े 7 बजे से बंद होने के बाद अगले दिन सायं 6:30 बजे खुलेंगे।
ज्योतिषचार्य सीपी घिल्डियाल के अनुसार वर्ष का यह आखिरी सूर्यग्रहण तुला राशि में घटित हो रहा है। ऐसे यह तुला राशि के जातकों के लिए अच्छा नहीं माना जा रहा है, इसलिए उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए। वहीं अन्य राशियों पर भी इसका अच्छा और बुरा प्रभाव पड़ेगा।
12 राशियों पर सूर्यग्रहण का प्रभाव
मेष राशि – इस राशि से सप्तम स्थान पर ग्रहण घटित होने की वजह से दुर्घटना और बीमारी का योग हो सकता है। इसलिए इस राशि के जातकों को सावधानीपूर्वक यात्रा करनी चाहिए।
वृष राशि – इस राशि के जातकों के लिए रोग और शत्रु स्थान में ग्रहण घटित हो रहा है, इसलिए रोगों से बचाव करें। इस अवधि में शत्रु भी हानि पहुंचा सकते हैं।
मिथुन राशि – इस राशि के जातकों के पंचम भाव में यह ग्रहण घटित होगा। इसलिए आर्थिक निवेश करने से बचें, हानि की संभावना है।
कर्क राशि – इस राशि के लोगों के लिए भी यह ग्रहण हानिकारक है। ग्रहण काल में अपने इष्ट और देवताओं का स्मरण करने से कष्ट दूर होंगे।
सिंह राशि – इस राशि के पराक्रम भाव में ग्रहण घटित होने से पराक्रम में वृद्धि के योग हैं। सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होगी।
कन्या राशि – अनावश्यक खर्चों में वृद्धि होगी धन, पद, प्रतिष्ठा का नुकसान होने की संभावना है।
तुला राशि – दुर्घटना का योग बीमारी का योग, धन के अपव्यय की पूरी संभावना। इसलिए बहुत सावधानी पूर्वक रहें।
वृश्चिक राशि – राशि से धन स्थान में ग्रहण घटित होने से अचानक धन की प्राप्ति होगी, परंतु प्रतिस्पर्धा में असफलता का योग भी रह सकता है।
धनु राशि – इस राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण चिंताजनक रहेगा। इसलिए दूर की यात्रा फिलहाल टाल दें।
मकर राशि – इस राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण शुभ रहेगा। नौकरी एवं पद, प्रतिष्ठा के मामले में बहुत सावधान रहें। दुर्घटना का भी योग है।
कुंभ राशि – इस राशि से भाग्य भाव में ग्रहण घटित होने से अचानक भाग्योदय की संभावना रहेगी।
मीन राशि – राशि से दशम स्थान में ग्रहण घटित होने से पिता के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। धन, पद, प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी।
(ज्योतिषाचार्य डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल कुंडली, हस्तरेखा और वास्तु शास्त्र के मर्मज्ञ के साथ-साथ यंत्र साधना के अच्छे जानकार हैं। आप उनसे संपर्क कर सकते हैं। निवास’ 56/1 धर्मपुर, देहरादून, उत्तराखंड। मोबाइल -9411153845)