पूर्व सीएम TSR ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाने वालों को बताया भेड़िया

फाइनेंस कंपनी सोशल ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाने वालों पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई हे। रावत ने उन्हें राज्य विरोधी से लेकर ब्लैकमेलर और भेड़िया तक बताया है।
बता दें कि हाल ही में सोशल ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का मामला मीडिया की सुर्खियों में रहा। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के सलाहकार रहे केएस पंवार सोशल ग्रुप के प्रमुख हैं। इस नाते प्रकरण में पूर्व सीएम को घेरने की कोशिशें होती भी प्रतीत दी। इससे जुड़ी खबरें मीडिया प्लेटफार्म में खासी सुर्खियों में रही। हालांकि कुछ दिन पहले कंपनी के निदेशक मंडल की ओर से ऐसी खबरों को निराधार बता दिया गया था।
एक दिन पहले राज्य स्थापना दिवस पर काशीपुर में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस प्रकरण से जुड़े मीडिया के सवालों का बेबाकी से जवाब दिया। कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामले से उनका कोई संबंध नहीं है। उनके सलाहकार रहे केएस पंवार को इसमें फंसाने की कोशिश हो रही है। जबकि उस कंपनी का कोई डायरेक्टर नहीं है। कहा कि रिजर्व बैंक तीन बार इस मामले में उन्हें क्लीन चिट दे चुका है।
यह भी बोले कि राज्य सरकार की दो बार की जांच में भी कोई अनियमितता नहीं पाई गई और उन्हें क्लीन चिट मिल चुकी है। टीएस रावत ने कहा कि आरोप लगाने वाले राज्य विरोधी, ब्लैकमेलर और भेड़िये हैं। वह राज्य सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं। राज्य की जनता को ऐसे लोगों को पहचानना होगा।
मीडिया से वार्ता के दौरान उन्होंने छावला दिल्ली के सामुहिक दुष्कर्म कांड और बैकडोर भर्ती पर भी प्रतिक्रया दी। उन्होंने उत्तराखंड की बेटी के हत्यारों के बरी होने पर हैरानी जताई। कहा कि यह सभी के लिए सोचने का विषय है कि जिन्हें हाईकोर्ट ने फांसी की सजा दी, वे बरी कैसे हो गए।
बैकडोर भर्ती पर बोले कि सरकारी नौकरियों में पारदर्शिता होनी चाहिए, ताकि पात्र लोग ही उचित स्थान पर रहें। बैकडोर नियुक्तियां बंद होनी चाहिए। मौके पर मेयर ऊषा चौधरी, खिलेंद्र चौधरी, गुंजन सुखीजा, राजेश कुमार, राम मेहरोत्रा, मुकेश कुमार, दीपक बाली, गुरविंदर सिंह चंडोक, संजय चतुर्वेदी, मंजू यादव, रीति नागर, राधेश्याम प्रजापति, कमलेश कुमार आदि मौजूद थे।