स्वस्थ जीवन के लिए प्रकृति की तरफ लौटना होगाः प्रेमचंद
खदरी में प्राकृतिक चिकित्सा शिविर का आयोजन, विशेषज्ञों ने बताए कई तरीके
रायवाला। आज़ादी के अमृत महोत्सव पर राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान, आयुष मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से सूर्या फाउंडेशन और इंटरनेशनल नैचरोपैथी ऑर्गेनाइजेशन की ओर से रोग मुक्त भारत अभियान के तहत खदरी खड़कमाफ में प्राकृतिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ निर्वतमान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने किया।
शनिवार को खदरी खडकमाफ स्थित विवेकानंद स्कूल में आयोजित एक दिवसीय प्राकृतिक चिकित्सा शिविर के दौरान कोविड-19 काल में इम्युनिटी बढ़ाने को लेकर जीवनशैली में बदलावकी जानकारी दी गई। प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि मनुष्य के स्वस्थ रहने के लिए उसके आसपास के वातावरण का स्वच्छ रहना भी जरूरी है। स्वस्थ शरीर और मन के लिए नियमित ध्यान, योग और प्राणायाम का अभ्यास जरूरी है। कहा कि कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना आवश्यक है। साथ ही हमें प्रकृति की तरफ भी लौटना होगा।
शिविर में विशेषज्ञों ने प्राकृतिक चिकित्सा के विविध पहलुओं पर प्रकाश डाला। कहा कि प्रकृति का मूल आधार मिट्टी, पानी, धूप व हवा है। इनके द्वारा रोगों का उपचार भी किया जा सकता है। प्रकृति को अपने व्यवहार व अपनी आत्मा से पूरा-पूरा अपनाना होगा। हमें जीवनयापन आत्म संयम व आत्मायोग से करना होगा। अपने आहार में स्थानीय व मौसम अनुकूल खाद्य पदार्थो, सब्जियों व फलों एवं कच्चे भोजन की मात्रा को बढ़ाना होगा। उपवास का पालन करना होगा। प्राकृतिक रूप में जैविक खेती करनी होगी।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य देवेश्वरी रयाल, प्रबंधक गजेंद्र रयाल, आईएनओ के अधिकारी मनोज रतूड़ी, सरस्वती काला, विनोद जुगलान, मदन काला, सुरेंद्र रयाल, मणिराम रयाल, अमन कुकरेती, अतुल थपलियाल, जीतराम थपलियाल आदि मौजूद थे।