Rishikesh Assemble Election 2022: ऋषिकेश विधानसभा में प्रचार का दौर थमने के बाद अब सोशल मीडिया पर संग्राम छिड़ गया है। व्हट्सएप, फेसबुक से लेकर तमाम प्लेटफार्म पर पोस्टर, वीडियो, कार्टून की भरमार है। जिनमें प्रतिद्वदियों की कमजोरियों, कारनामों, दुखती रगों, छवि और व्यवहार पर सबसे ज्यादा फोकस है। जबकि प्रत्याशी के पक्ष में सब मीठा-मीठा ही परोसा जा रहा है। एक दूसरे के समर्थक इन्हें वायरल करने में भी जुटे हुए हैं। जिसकी चर्चाएं जनता खूब हैं।
चुनाव प्रचार आखिरी दिन शनिवार को ऋषिकेश की सड़कों पर मुख्य मुकाबले के प्रतिद्वंदियों के समर्थन में झंडे, बैनर और भीड़ का जमघट दिखा। गांव से शहर तक हर कोई वोटर को अपनी ताकत का मुजाहिरा करता नजर आया। इससे पहले प्रचार में मैदान में धनबल की नुमाईश भी खूब दिखी। वहीं, इसबीच एक-दूसरे के समर्थकों, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों पर सेंधमारी का खेल भी जमकर चला। जिसके बाद का संग्राम सोशल मीडिया पर जारी है।
सूत्रों के अनुसार सोशल मीडिया के संग्राम में खुद को बेहतर साबित करने के लिए कई कैंडिडेट्स ने बाकायदा आईटी टीमें हायर की हुई हैं। जो दिन रात इस काम में जुटी हुई हैं। पुराने से लेकर नए वीडियो निकाले जा रहे हैं, अखबारों की कंटिंग्स के साथ पोस्टर तैयार हो रहे हैं, प्रचार के दौरान भी अपने प्रतिद्वंदियों पर बारीक नजर रखी जा रही है। जहां से भी कोई मसाला मिल रहा है, उसे जमकर शेयर भी किया जा रहा है। मेकओवर के जरिए फिल्मों के शॉट्स का भी खासा इस्तेमाल हो रहा है।
सोशल मीडिया के इस संग्राम को समूचा फोकस अपने प्रत्याशी से ज्यादा विपक्षी पर केंद्रित है। सबसे ज्यादा अटैक प्रतिद्वंदी की छवि, व्यवहार पर होता दिख रहा है। इनमें निजी हमलों से भी किसी में परहेज नहीं लग रहा। एक दूसरे की पुरानी कारगुजारियों से लेकर जनता के बीच उनके बोल-बचन के ऑडियो और वीडियो चुनावी युद्ध के मैदान में है।
इस पूरे रण का रिजल्ट क्या निकलेगा, यह तो 14 फरवरी यानि कल तय हो जाएगा और 10 मार्च को सामने आएगा। मगर, फिलहाल मतदाता अपने मोबाइल पर इस चुनावी संग्राम के ‘वायरल प्रसारण’ वह सब कुछ जान पा रहा है, जो उसे पता ही नहीं था। अब यह सब वोटिंग के लिए उसकी राय को कितना प्रभावित करता है, इसके लिए 10 मार्च का इंतजार रहेगा।