बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति बोर्ड ने किए ये प्रस्ताव पास

देहरादून। बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति बोर्ड बैठक समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय की अध्यक्षता में कैनाल रोड स्थित कार्यालय सभागार में हुई। बैठक में यात्रा वर्ष 2024 के लिए तैयारियों, निर्माण व जीर्णोद्धार कार्यों के साथ समिति कार्यालयों को ई-आफिस में अपग्रेड करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा पर्याप्त यात्री सुविधायें उपलब्ध कराने, मंदिर जीर्णोद्धार, विश्राम गृहों, परिसर- विस्तारीकरण निर्माण कार्य, यात्रा पूर्व अनुरक्षण कार्य, अस्थायी कर्मचारियों के विनियमतीकरण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने व कर्मचारी हित में प्रस्ताव चर्चा के बाद पारित किए गए।
बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि मंदिर समिति तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में आगामी तीर्थयात्रा के दौरान यात्रियों की सुविधाओं में सुधार व ढ़ांचागत विकास के लिए कार्य किया जा रहा है। साथ ही त्रियुगीनारायण मंदिर क्षेत्र को वेडिंग डिस्टनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए मूलभूत सुविधाएं जुटाई जाएंगी।
बताया कि ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ कोठा भवन में प्रथम फेज का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। द्वितीय चरण के कार्य भी शीघ्र शुरू होंगे। इसके अलावा बदरीनाथ धाम में मास्टरप्लान कार्यों से मंदिर समिति के विश्रामगृह, भवन सरंचनाएं ध्वस्त हुई हैं उनके एवज में नवनिर्माण, विश्राम गृह, पुजारी निवास, कर्मचारी निवास नव निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। कहा कि गोरामाई मंदिर गौरीकुंड परिसर विस्तार, जोशीमठ में वासुदेव मंदिर, दुर्गा मंदिर परिसर सौंदर्यीकरण, आधुनिक सूचना तकनीकि का इस्तेमाल कर तीर्थयात्रियों को अधिक से अधिक यात्रा सुविधाएं मुहैया कराये जाने पर विस्तृत विचार विमर्श हुआ।
उन्होंने बताया कि मंदिर समिति के कार्यालयों को ई-आफिस के रूप में उच्चीकृत किया जाएगा। कर्मचारियों के हित में है पदोन्नति, विनियमितीकरण, वरिष्ठता नियुक्ति पर चर्चा की गई। अस्थायी कर्मचारियों के पद सृजन, विनियमितीकरण, वेतन वृद्धि की मांग पर हरसंभव कार्य हो रहा है। इस संबंध में आज प्रस्ताव पारित कर शासन को संदर्भित कर दिया गया है।
बीकेटीसी अध्यक्ष ने बताया कि मंदिर समिति के विश्राम गृहों मंदिरों में जहां निर्माण व विस्तारीकरण की आवश्यकता है, यात्रा पूर्व सभी कार्य यथासमय पूरे किए जाएंगे। इसी क्रम में डालमिया यात्री विश्राम गृह श्रीनगर (गढवाल) का पुनर्निर्माण का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके अंतर्गत बहुमंजिला विश्राम गृह, पार्किंग, डीलक्स रूम बनने प्रस्तावित है।
बैठक में मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह ने विगत बोर्ड बैठक के प्रस्तावों की आख्या प्रस्तुत की। इसके बाद विषयवार प्रस्तावों पर चर्चा की गई। जिसमें मंदिर समिति में विभिन्न संवर्गों के सृजन, अस्थायी कर्मचारियों के विनियमितिकरण, मास्टर प्लान के तहत बदरीनाथ धाम में ध्वस्त भवनों संरचनाओं के स्थान पर पुनर्निमाण, विनसर मंदिर चौथान पट्टी पौड़ी को बीकेटीसी के अधीनस्थ मंदिरों के अंतर्गत किये जाने पर विचार, रघुनाथ कीर्ति संस्कृत महाविद्यालय संचालन, दानीदाता द्वारा तांबे की चद्दर पर सोने की परत लगी श्रीमद् भगवदगीता को बदरीनाथ मंदिर सभागृह परिसर में स्थापित करने, ओंकारेश्वर मंदिर, गौरामाई मंदिर के विस्तारीकरण, पुराने फार्मेसी भवन के स्थान पर नया प्रशासनिक भवन बनाए जाने, उखीमठ जयबीरी तोक भूमि को लीज पर दिए जाने, केदारनाथ धाम के प्रवचन हाल में कर्मचारी आवास व्यवस्था बनाए जाने के भी प्रस्ताव पारित हुए।
इसबीच सच्चिदानंद संस्कृत महाविद्यालय स्थित अनंत अंबानी पुस्तकालय प्रभारी कृष्णानंद पंत परिवार द्वारा लिखी पुस्तकों, संग्रहित पा़ंडुलिपियों, डाक टिकटों पर आधारित लघु फिल्म प्रस्तुति की गई। बैठक में समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, वीरेंद्र असवाल, महेंद्र शर्मा, भास्कर डिमरी, पुष्कर जोशी, रणजीत सिंह राणा, राजपाल जड़धारी, जयप्रकाश उनियाल, आशुतोष डिमरी, कृपाराम सेमवाल, वित्त अधिकारी भारत चंद्र, अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, कार्याधिकारी आरसी तिवारी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चौहान, राजकुमार नौटियाल, एई विपिन तिवारी, गिरीश देवली, विधि अधिकारी शिशुपाल बर्त्वाल, निजी सचिव प्रमोद नौटियाल, मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़, अतुल डिमरी, दीपेंद्र रावत, अमित देवराड़ी आदि मौजूद रहे।