Agneepath: केंद्र सरकार की ओर से भारतीय सेना में भर्ती के लिए लाई गई ToD (Tour of Duty) अग्निपथ (Agneepath) योजना की खिलाफत भी शुरू हो गई है। मीडिया में बिहार के बाद अब उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और खटीमा में भी विरोध की खबरें आ रही हैं। उन्होंने ToD योजना को रद्द करने की मांग उठाई है।
बता दें कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दो दिन पहले ही ‘अग्निपथ’ भर्ती योजना शुरू करने की घोषणा की थी। योजना के तहत साढ़े 17 साल से 21 वर्ष तक के लड़के-लड़कियां भर्ती हो सकते हैं। उन्हें छह माह ट्रेनिंग समेत चार साल की नियुक्ति दी जाएगी। इनमें से 25 प्रतिशत युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा। उधर, मध्यप्रदेश समेत कुछ राज्यों ने रिटायर्ड अग्निवीरों को पुलिस व अन्य भर्तियों में प्राथमिकता देने की बात कही है।
दूसरी तरफ देश में इस योजना का विरोध होना भी शुरू हो गया है। विरोध की आवाजें अब उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और खटीमा में भी सुनाई देने लगी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खटीमा में सैकड़ों युवाओं ने सड़कों पर जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया है। उन्होंने योजना की वापसी के लिए तहसील प्रशासन के जरिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भी भेजा है।
प्रदर्शन में शामिल युवाओं का कहना है कि पिछेल दो साल से लंबित सेना भर्ती की लिखित परीक्षा को रद्द कर सरकार ने ToD अग्निपथ योजना शुरू की है। सरकार सेना भर्ती की लिखित परीक्षा नहीं कराती है, तब तक हमारा विरोध जारी रहेगा।
वहीं, पिथौरागढ़ में भी युवाओं ने टीओडी को वापस लेने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि यह वर्षों से सेना भर्ती के लिए तैयारियां कर रहे युवाओं के साथ अन्याय है। उन्होंने भी आंदोलन को जारी रखने की चेतावनी दी है।