Haridwar Panchayat Election Result 2022: हरिद्वार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम आने के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत (Ex Cm Harish Rawat) ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि चुनाव को प्रभातिव करने के लिए शक्ति लगाने के साथ ही जीते हुए प्रत्याशियों को जबरन हराया गया है। अब लोकतंत्र की हत्या के विरोध में आगे आना ही होगा। चेताया कि तीन-चार दिन में स्थित को नहीं सुधारा गया तो वे डीएम आवास के सामने धरने पर बैठेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोशल मीडिया में अपने अधिकृत पेज पर हरिद्वार त्रिस्तरीय चुनाव को लेकर की गई पोस्ट में गंभीर आरोप लगाए हैं। बकौल रावत, हरिद्वार में सब लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या कर पहले क्षेत्र पंचायत, ग्राम पंचायत आदि का परिसीमन किया गया, फिर आरक्षण किया गया। किसी भी मानक का पालन नहीं हुआ, केवल एक मानक ध्यान में रखा गया कि सत्ता को येन केन प्रकारेण चुनाव जीतना है।
लिखा है कि चुनाव प्रारंभ हुए, धन व सत्ता का नग्न उपयोग किया, लोगों के नामांकन खारिज किए और फिर चुनाव प्रारंभ हुआ। लोगों को डराया, धमकाया गया। चुनाव को प्रभावित करने के लिए पूरी शक्ति लगा दी गई और जब चुनाव परिणाम निकलने प्रारंभ हुए तो सत्ता ने जीते हुए उम्मीदवारों को हारा हुआ घोषित करवाया और 6-6 बार गणना करवा करके हरवाया।
यह भी कि जिन लोगों को जीता हुआ घोषित कर दिया गया उनको भी हरवाया गया और अब जब लोगों ने विरोध प्रकट किया तो उनके ऊपर मुकदमे लगाये जा रहे हैं। हत्या करने के भी मुकदमे ठोके जा रहे हैं। धारा 307, 308 आदि संगीन धाराएं लगाई जा रही हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं में भय पैदा किया जा रहा है।
हरदा ने कहा कि सोचता था कि अब कहीं तो थोड़ा विश्राम लूं, लगता है विश्राम मेरे भाग्य में नहीं है। लोकतंत्र की इस हत्या के विरोध में मुझे आगे आना होगा। यदि तीन-चार दिन के अंदर हरिद्वार में स्थिति को नहीं सुधारा जाता है तो जिला अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आवास के आगे मुझे उपवास-धरने पर बैठना पड़ेगा।