सेवा, सत्संग, सुमिरन से मजबूत होता है परमात्पा पर विश्वास

ऋषिकेश 09 मार्च 2024। संत निरंकारी मिशन की ओर से आयोजित महिला समागम में मसूरी से आई ज्ञान प्रचारिका सविंदर कौर ने अनुयायियों को सतगुरु का संदेश दिया। कहा कि मन को ईश्वर से जोड़कर यह जीवन प्यार, प्रेम, सहजता, विनम्रता, मधुरता, त्याग, सेवा के गुणों से सुशोभित हो जाता है।
गंगानगर में आयोजित समागम में ज्ञान प्रचारिका ने कहा कि मानव जीवन प्राप्त हुआ है तो मानवीय गुणों को अपनाते हुए सबके साथ समान प्यार सत्कार वाला व्यवहार करते जाना ही भक्ति है। कहा कि किसी का नुकसान करने के लिए ही क्रोध की आवश्यकता होती है वरना संसार में सब कुछ करने के लिए प्यार ही काफी है।
उन्होंने कहा किम संत का जीवन सब की भलाई के लिए होता है, जब हृदय परमात्मा से जुड़ जाता है तो परोपकार के भाव बने रहते हैं। परमात्मा से जुड़ने पर जीवन में सुकून की तलाश नहीं करनी होती वह स्वत ही प्राप्त हो जाता है। सेवा सत्संग सुमिरन करते हुए परमात्मा पर विश्वास मजबूत होता है।
महिला समागम में ऋषिकेश, हरिद्वार, देहरादून, बालावाला, रायवाला, भोगपुर आदि क्षेत्रों से करीब 950 श्रद्धालु पहुंचे। संचालन उषा चौहान ने किया।