Dehradun News: देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल ने सहकारी बैंक भर्ती घोटाले की जांच की मांग उठाई है। दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने चेताया कि भर्ती निरस्त नहीं हुई और एसआईटी जांच नहीं की गई, तो यूकेडी जन आंदोलन का रूख अख्तियार करेगी।
यूकेडी प्रवक्ता सेमवाल ने मीडिया में कहा कि सहकारी भर्ती घोटाले की जांच सहायक निबंधक स्तर के अधिकारी कर रहे हैं जबकि भर्ती कराने में सहकारी बैंक के निबंधक व चेयरमैन की भूमिका है। सवाल उठाया कि ऐसे में कोई भी जूनियर अफसर कैसे सीनियर अफसर की जांच कर सकता है?
यूकेडी नेता ने यह आरोप भी लगाया कि इंटरव्यू के लिए 10 नंबर रखे गए थे, जबकि इंटरव्यू कमेटी में शामिल तीन सदस्यों मे प्रत्येक ने अभ्यर्थियों को 10-10 नंबर दिए हैं। यानि 10 नंबर के इंटरव्यू में कईयों को 30 नंबर तक मिले हैं। यह तब जब भाजपा के तत्कालीन मुख्यमंत्री भुवनचंद्र खंडूरी वर्ग 3 और 4 की भर्तियों में इंटरव्यू व्यवस्था समाप्त कर चुके हैं।
उक्रांद के केंद्रीय महामंत्री सुनील ध्यानी ने बताया कि अधिकांश अभ्यर्थियों के खेलकूद और अनुभव प्रमाणपत्र भी फर्जी हैं। महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सुलोचना इस्टवाल ने कहा कि अधिकांश बैंक कर्मियों के खातों में मार्च के महीने में भारी मात्रा में रुपयों का लेनदेन हुआ है। इसके अलावा बड़ी संख्या में बैंक कर्मियों और बैंक से संबंधित नेताओं के सगे रिश्तेदार नौकरी लगे हैं। इससे साफ जाहिर है कि बड़े स्तर पर भर्ती मे घोटाला हुआ है।
शिवप्रसाद सेमवाल ने चेताया कि यदि विभागीय जांच के नाम पर लीपापोती हुई और एसआईटी जांच नहीं की गई, तो उक्रांद सड़कों पर आंदोलन करेगा।