इस वर्ष 2024 का ‘श्री सोहनवीर सिंह प्रजापति स्मृति चाक कविता सम्मान’ अल्मोड़ा की कवयित्री माया गोला को प्रदान किया जाएगा। माया गोला के चार कविता संग्रह ‘चीनी नमक और नीम’, ‘माया गोलाः चयनित कविताएं’, ‘उपाधियां लौटाती हूं’ और ‘मौलसिरी’ (लघु पुस्तिका सीरीज) प्रकाशित हैं।
इसके अतिरिक्त एक पाठ्यक्रम संबंधी पुस्तक ‘हिंदी भाषाः एक अध्ययन’ भी प्रकाशित है। माया गोला एस.एस.जे. विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। आप अनेक पत्र-पत्रिकाओं में लगातार लिख रही हैं। यह सम्मान प्रति वर्ष कवि रमेश प्रजापति के पिता श्री सोहनवीर सिंह प्रजापति की स्मृति में दिया जाता है।
सोहनवीर सिंह हमेशा सृजनरत रहे। सोहनवीर सिंह के सृजन के प्रतीक ‘चाक’ को साहित्यिक सृजन से जोड़ते हुए और उनकी प्रेरणा से प्रेरित होकर उनकी स्मृति में यह चाक सम्मान हर वर्ष कविता के क्षेत्र में दिया जाता है।
पहला चाक कविता सम्मान प्रतिष्ठित कवि शिव प्रसाद जोशी को और दूसरा चाक कविता सम्मान सुनीता अबाबील को प्रदान किया गया था। 2024 के चाक कविता सम्मान का निर्णय सर्वसम्मति से एक बैठक में लिया गया।
बैठक में रजत कृष्ण, भास्कर चौधुरी, परमेन्द्र सिंह, रोहित कोशिश और रमेश प्रजापति उपस्थित रहे। नवम्बर में आयोजित होने वाले सम्मान समारोह में 2023 का चाक कविता सम्मान अनवर शमीम को और 2024 का चाक कविता सम्मान माया गोला को प्रदान किया जाएगा।