Uttarakhand Cabinet: पुष्कर सिंह धामी सरकार में पांच पुराने और तीन नए चेहरों के साथ आठ विधायकों को कैबिनेट में शामिल किया गया है। जिसके बाद अब उन्हें मिलने वाले मंत्रालयों को लेकर अटकलें लगने लगी हैं। माना जा रहा है कि दोबारा बने मंत्रियों को संभवतः पुराने मंत्रालय ही मिलेंगे। वहीं, सीएम धामी के पास कौन से विभाग रहेंगे, इस पर भी कयासबाजियां जारी हैं।
धामी सरकार में सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल, डॉ धन सिंह रावत, गणेश जोशी और रेखा आर्य को दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। पिछली सरकार में सतपाल महाराज के पास पर्यटन, धर्मस्व, लोक निर्माण विभाग, संस्कृति आदि मंत्रालय थे। सुबोध उनियाल के पास कृषि, उद्यान एवं फल उद्योग, कृषि शिक्षा, कृषि प्रसंस्करण व रेशम विकास विभाग थे।
डॉ धन सिंह रावत के पास पूर्व सरकार में सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास मंत्रालय थे। तीरथ सिंह सरकार में मंत्री बने गणेश जोशी को सैनिक और अर्द्धसैनिक कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। वहीं रेखा आर्य को महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग का जिम्मा सौंपा गया था।
माना जा रहा है कि सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी और रेखा आर्य को पुराने मंत्रालयों की जिम्मेवारी ही सौंपी जा सकती है। जबकि डॉ धन सिंह रावत को इसबार पूर्व शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के विभाग भी मिल सकते हैं।
वहीं, तीन नए चेहरों में निर्वतमान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल को संसदीय कार्यमंत्री के अलावा भी कोई विभाग दिया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार अग्रवाल शहरी विकास मंत्रालय भी चाहते हैं। जो कि पूर्व में मदन कौशिक के पास था। संसदीय कार्यमंत्री का जिम्मा पूर्व में बंशीधर भगत पास था। जिन्हें इसबार मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है।
सितारगंज से दूसरी बार जीते पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के बेटे सौरभ बहुगुणा के हिस्से मौजूदा मंत्री परिषद में परिवहन, युवा और खेल मंत्रालय का जिम्मा आने की चर्चा है। जबकि मंत्रिमंडल में दलित कोटे से दूसरे काबीना मंत्री बने चंदनराम दास को पंचायती राज, ग्रामीण विकास और पेयजल विभाग दिए जाने की संभावना है।
बताया जा रहा है कि नई सरकार की आज कैबिनेट बैठक के बाद मंत्रियों को विभागों को बंटवारा किया जाएगा। जिसमें एक दो दिन का समय और लग सकता है। बता दें कि अभी मंत्रिमंडल में तीन और स्थान रिक्त हैं। आने वाले समय में इन्हें भी भरा जाएगा।
ये मंत्रालय कौन संभालेगा?
कुछ मंत्रायल ऐसे हैं जो कि पूर्व में हरक सिंह, यशपाल और स्वामी यतीश्वरानंद के पास थे। उन्हें मौजूदा मंत्रिमंडल में कौन संभालेगा, इसपर भी चर्चाएं जारी हैं। जिनमें वन एवं वन्जीव, पर्यावरण, पंचायती राज, श्रम सेवायोजन, आयुष शिक्षा, आबकारी, शहरी विकास, गन्ना विकास, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक विकास आदि शामिल हैं।