देहरादून। उत्तराखंड की कैबिनेट ही नहीं अब सीएम भी गांव की चौपालों तक पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद किसी चौपाल में शामिल होकर वहां रात्रि विश्राम भी करेंगे। वहीं, स्वच्छता के लिए अब हर गांव में एक-एक पर्यावरण मित्र भी तैनात होगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह बात सचिवालय में पंचायती राज विभाग की समीक्षा के दौरान के कही। कहा कि गांवों के सुनियोजित विकास के लिए ‘‘मुख्यमंत्री प्रथम ग्राम समेकित विकास योजना’’ शुरू की जाएगी। हमारी पहली प्राथमिकता गांवों का विकास होना चाहिए। गांवों में स्वच्छता के लिए ‘मुख्यमंत्री पर्यावरण मित्र’ योजना के तहत प्रत्येक गांव में एक पर्यावरण मित्र (स्वच्छक) की तैनाती की जाएगी।
सीएम ने कहा कि ग्राम पंचायतों के विकास के लिए ‘मुख्यमंत्री चौपाल’ शुरू की जाएगी। वह स्वयं किसी गांव में जाकर प्रतिभाग करने के साथ वहीं रात्रि विश्राम भी करेंगे। अधिकारियों को गांवों में चौपाल लगाने के साथ जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित करने और अधिकारियों को भी प्रतिभाग करने के निर्देश दिए। सीएम ने चौपाल के लिए रोस्टर बनाने को भी कहा।
उन्होंने चौपाल में आए ग्रामीणों के सुझावों को शीर्ष प्राथमिकता देने और उनके अनुरूप विकास योजनाएं तैयार करने की जरूरत बताई। मुख्यमंत्री ने किसी गांव में एक कैबिनेट बैठक आयोजित करने को भी कहा। कहा कि 2025 में राज्य स्थापना की रजत जयंती के दिन तक गांवों को आदर्श ग्राम बनाने के प्रभावी प्रयास करने के निर्देश दिए।
सीएम धामी ने गांवों में धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक आधार कुछ दिवसों को चिह्ति कर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। इसके लिए उन गांवों के प्रवासियों को भी आने के लिए विशेष तौर पर प्रेरित किया जाए। इसमेकं उच्चाधिकारी भी इनमें प्रतिभाग करें।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि गांवों में लोगों की आर्थिकी को बढ़ाने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं। ग्राम प्रधानों को आपदा निधि के लिए दस-दस हजार रुपये की निधि प्रदान करने की व्यवस्था की जाए। गांवों में चाल-खाल बनाने की दिशा में भी ध्यान दिया जाए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव नितेश झा, निदेशक पंचायतीराज बंशीधर तिवारी, अपर सचिव ओंकार सिंह समेत पंचायतीराज विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।