Uttarakhand Budget Session: इसवर्ष बजट सत्र को गैरसैंण की बजाय देहरादून में आहूत करने के राज्य सरकार के फैसले पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने तीखा हमला बोला है। उन्होंने इसे विधानसभा की अवमानना और विशेषाधिकार का हनन बताया है। रावत ने विपक्ष से सदन में पहले दिन ही सीएम और संसदीय कार्यमंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने की अपील की है।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने जारी बयान में यह बात कही है। उनका कहना है कि सरकार गैरसैंण में बजट सत्र आयोजित नहीं करने को लेकर दस बहाने बना रही है। खुद को राज्य आंदोलन का पुरोधा कहने वालों पर भी उन्होंने तंज किया कि उन्होंने भी चारधाम यात्रा संचालन का बहाना बनाकर बजट सत्र देहरादून में आयोजित करने की वकालत की।
हरीश रावत ने कहा कि गैरसैंण में तब तक हर साल बजट सत्र आहूत करने का संकल्प उत्तराखंड की विधानसभा में पारित हुआ है, जब तक राजधानी गैरसैंण नहीं चली जाती है। लेकिन सीएम पुष्कर सिंह धामी और उनके संसदीय कार्यमंत्री यह भूल चुके हैं। कहा कि ऐसे में लगता है कि इसवर्ष गैरसैंण में विधानसभा का कोई भी सत्र आयोजित नहीं किया जाएगा।
हरदा ने कहा कि ऐसी स्थिति में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के विधायकों को सदन में धामी सरकार के खिलाफ विधानसभा की अवमानना, विशेषाधिकार के हनन का प्रस्ताव लाना चाहिए। कहा कि जनता तो इस निर्णय की निंदा तो कर ही रही है विधानसभा को भी पहले दिन ही राज्य सरकार की निंदा करनी चाहिए कि उन्होंने विधानसभा की अवेहलना की है।