
उत्तराखंड के सबसे वरिष्ठ विधायक हरबंश कपूर के अवसान पर पक्ष और विपक्ष दोनों ही गमजदा हैं। सीएम पुष्कर सिहं धामी ने उनके आवास पर पहुंच कर उन्हें नमन किया, तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि हम भले ही प्रतिद्वंदी थे, लेकिन हरबंश कपूर हमारे भी बहुत भले थे।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने शोक संदेश में कहा कि उत्तराखंड के वरिष्ठ विधायक और स्वभाव से अजातशत्रु, उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड, दोनों विधानसभाओं में देहरादून का लगातार प्रतिनिधित्व करते आ रहे हरबंस कपूर हम लोगों के बीच नहीं रहे, सहसा विश्वास नहीं होता।
हम यह मानकर के चलते थे कि इस बार की भी इनिंग उन्हीं की है, जनता से इतना गहरा उनका संबंध था। वो दूसरे जनप्रतिनिधियों के लिए ईर्ष्या का विषय थे कि कैसे इतने लोगों को अपने साथ, इतने लंबे समय तक वो साध करके रख पाए।
कभी-कभी उनसे कहता था कि आपको अब एक कॉलेज खोल लेना चाहिए जिसमें यह लिखा जाए How to Win Election College और उसमें आप नेता लोगों को टिप्स दीजिए कि चुनाव कैसे जीते जाते हैं!
सबके भले यहां तक कि हम प्रतिद्वंदी हैं राजनीतिक रूप से, लेकिन हमारे भी वो बहुत भले थे। ऐसा विलक्षण स्वभाव, जनसेवा में निरंतर कार्यरत। स्कूटर पकड़ा और किसी के भी शादी-ब्याह में कहीं पर भी खड़े हो गए। ऐसे हरबंस कपूर का जाना बहुत बड़ी रिक्तता छोड़कर के गया है, बहुत खालीपन छोड़कर के गया है।
उत्तराखंड की राजनीति में भी और सामाजिक जीवन में भी, उनकी विधानसभा क्षेत्र के लोगों और उनके परिवार तक हम सब पूरे कांग्रेस परिवार की ओर से संवेदना संप्रेषित करता हूं।