भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद (ICPR) की ओर से 16 व 17 फरवरी को डॉ. शिवानन्द नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। सेमीनार भारतीय ज्ञान परंपरा में दर्शन का योगदान (राजनीतिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक) विषय आयोजित होगा।
यह जानकारी कार्यक्रम संयोजक डॉ. मृगांक मलासी ने दी है। बताया कि महाविद्यालय में विश्व दर्शन दिवस पर प्रस्तावित संगोष्ठी में दिल्ली, हरियाणा, बिहार आदि विश्वविद्यालयों से वक्ताओं को आमंत्रित किया गया है। इसमें शोधार्थी अपने शोधपत्रों को पेश करेंगे। संगोष्ठी के लिए देशभर से पंजीकरण कराया गया है।
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि मुनीश्वर वेद महाविद्यालय ऋषिकेश के प्राचार्य डॉ. जनार्दन कैरवान, विशिष्ट अतिथि प्रो. ऋतुबाला पंजाब, मुख्य वक्ता डॉ. जोरावर सिंह हरियाणा, डॉ. रिंकू कौशिक दिल्ली विश्वविद्यालय, डॉ. मनोज नौटियाल शिक्षा विभाग गोपेश्वर, डॉ. प्रवीण शर्मा प्रवक्ता उत्तराखंड शामिली होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. जगदीश प्रसाद द्वारा की जाएगी।
डॉ. मलासी ने बताया कि महाविद्यालय के संस्कृत व राजनीति विज्ञान विभाग संगोष्ठी के आयोजन में अहम भूमिका में होगा। कार्यक्रम के संयोजकों में डॉ. मदन शर्मा, समन्वयक कीर्तिराम डंगवाल हैं।