Tourism: रंभा झील में जल्द ले सकेंगे बोटिंग का भी लुत्फ
ऋषिकेश में तैयार हो रहा एक और खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन
• राव राशिद
Tourist Places in Rishikesh: तीर्थनगरी ऋषिकेश (Rishikesh) में सैलानियों के लिए एक और टूरिस्ट डेस्टिनेशन ‘रंभा झील’ (Rambha Lake) को विकसित करने की कवायद तेज हो गई है। भविष्य में पर्यटक झील में बोटिंग का लुत्फ भी उठा सकेंगे, इसकी योजना भी तैयार की गई है। शुरूआती कार्यों के लिए पुष्कर सिंह धामी सरकार ने 80 लाख रुपये आवंटित किए, जिसे झील के चारों ओर ग्रीन पाथ का निर्माण किया जा रहा है।
बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर सर्वहारानगर के करीब स्थित रंभा झील के उद्गम को विकसित करने की मांग उठती रही। जिसे अब मूर्तरूप दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा चुनाव से पूर्व रंभा झील को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी। साथ ही करीब 80 लाख रुपये की पहली किश्त भी वन विभाग को जारी की। जिससे उद्गम स्थल के चारों ओर फेंसिंग के साथ ही ग्रीन पाथ भी विकसित किया जा रहा है। करीब 1.4 किमी. के हिस्से में से लगभग 210 मीटर पर ग्रीन पाथ निर्माण हो भी चुका है।
वनरेंज अधिकारी (प्रशिक्षु आईएफएस) अनिरूद्ध स्वप्निल के मुताबिक झील के पास पार्किंग के लिए एरिया रिजर्व किया गया है। मेन गेट के निर्माण के साथ अन्य कुछ काम जारी बजट में किए जा चुके हैं। भविष्य में झील में बोटिंग शुरू कराने की भी योजना है।
बताया कि रंभा झील के विकास के लिए करीब 13 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट है। जिसमें से अभी महज 80 लाख रुपये ही मिले हैं। लिहाजा, प्रस्तावित योजना को पूरा करने के लिए मुख्यालय से धनराशि जारी करने की डिमांड की है।
मेयर की कोशिश लाई रंग
मेयर अनीता ममगाईं ने रंभा झील को एक पर्यटक स्थल के रुप में विकसित किए जाने पर खुशी जाहिर की है। बताया कि इसके लिए उनके स्तर से भी काफी प्रयास किए गए। निकाय चुनाव के उनके घोषणा-पत्र में झील को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने का वायदा किया गया था। उनके कार्यकाल में न सिर्फ इसकी शुरूआत हुई है, बल्कि तेजी से विकास कार्य भी जारी है। धन की कमी के मद्देनजर जल्द ही वनमंत्री सुबोध उनियाल से आग्रह किया जाएगा।
नहीं होगी बजट की कमी
सूबे के वनमंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि रंभा झील परियोजना में बजट की कमी नहीं आने दी जाएगी। सरकार राज्य के सभी ऐतिहासिक स्थलों को विकसित करने में जुटी है। बजट के बाबत संबंधित अधिकारियों से फीडबैक के बाद जल्द आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।