उत्तराखंडदेशयात्रा-पर्यटनसियासत

हरदा बोले केदारनाथ में लांघी गई ‘लक्ष्मण रेखा’

Uttarakhand के पूर्व सीएम और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ आगमन पर धाम की मर्यादाएं और परंपराओं के टूटने की बड़ी बात कही है। उन्होंने पीएम के दौरे को उत्तराखंड के लिए निराशाजनक भी बताया है।

सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में हरीश रावत ने लिखा कि देश के प्रधानमंत्री के केदारनाथ आगमन का मैंने स्वागत किया था। मगर अब मैं निराश हूं। उन्होंने उत्तराखंड, आपदा पीड़ित राज्य और केदार क्षेत्र की भावी योजनाओं को लेकर कोई स्वीकृतियां और धन देने की घोषणा नहीं की। उल्टा हमारी परंपराओं व मान्यताओं को रौंदकर के चले गए।

बकौल रावत बड़े-बड़े नेता आए, महामहिम राष्ट्रपति भी आए, इंदिरा गांधी भी आई, राहुल गांधी पैदल चलकर के आए, मुख्यमंत्री तो आते रहे हैं। मैं मुख्यमंत्री के तौर पर कई बार केदारनाथ गया। हर बार गर्भगृह में भगवान केदारनाथ के सामने ध्यानस्थ भी रहा, लेकिन हमको उस क्षण की फोटो खींचने और लाइव प्रसारित करने की हिम्मत नहीं हुई। रावल और केदारनाथ मंदिर समिति ने जो लक्ष्मण रेखा खींची थी, हमने हमेशा उसका आदर किया।

लेकिन इस बार गर्भगृह से प्रधानमंत्री ने अपने को Live Telecast करवाया। फेसबुक लाइव और दूसरे चैनलों में यह सब कुछ टेलीकास्ट हुआ। मंदिर के प्रांगण से राजनैतिक उद्देश्य को लेकर भाषण किया गया। उसको सरकारी संचार माध्यमों से प्रसारित किया गया।

अब मैं अपने उन साथियों की सलाह के लिए उनको धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझसे कहा कि आप उनके आगमन का स्वागत कर गलत कर रहे हो। वास्तव में गलती हो गई। गर्भगृह की मर्यादा भी टूटी, देवस्थान में राजनीति न हो उसकी भी मर्यादा टूट गई।

मगर शिकायत करें तो किससे करें? उलटा उत्तराखंड को कुछ हासिल नहीं हुआ। न आपदा को लेकर उत्तराखंड को कोई सहायता दी गई और न केदारनाथ में रोपवे सहित किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य की स्वीकृती प्रदान की गई। केदार बाबा क्षमा करें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button