
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की त्वरित टिप्पणी सामने आई है। रावत ने कहा कि सत्ता का अहंकार जनता के संघर्ष के सामने झुका है। उन्होंने इस जीत के लिए किसानों को बधाई भी दी है।
तीनों विवादित कृषि कानूनों के वापसी की घोषणा के ठीक बाद पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी। किसान जिंदाबाद के साथ शुरू पोस्ट में लिखा कि अहंकार से चूर सत्ता द्वारा तीन काले कानून जो किसानों का गला घोंट रहे थे उनको वापस लिया गया है। ये किसान भाइयों के संघर्ष की जीत है, उन एक हजार के करीब शहीदों की जीत है जिन्होंने अपने प्राण उत्सर्ग कर दिए ताकि उनको विजय हासिल हो सके।
रावत ने पोस्ट में लिखा कि इस अभूतपूर्व विजय के लिए मैं किसानों को बधाई देता हूं और इसे लोकतंत्र की भी विजय मानता हूं। क्योंकि सत्ता का अहंकार जनता के संघर्ष के सामने झुका है।